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उत्तराखंड: बारिश से हालात खराब, राज्य में 150 से ज्यादा सड़कें बंद

उत्तराखंड में मानसून आने के बाद लगातार पहाड़ों पर बारिश हो रही है. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक बारिश की वजह से दर्जनों सड़कें खराब हो गई है. कई जगह से टूट चुकी हैं तो कई जगह सड़कें भूस्खलन की वजह से भारी मलबा आ जाने की वजह से बंद हैं.

Updated on: 02 Jul 2022, 12:53 PM

highlights

  • उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते हालात खराब
  • राज्य में जगह जगह बंद हो गए हैं हाईवे
  • भूस्खलन की वजह से आवागमन बाधित

देहरादून:

उत्तराखंड में मानसून आने के बाद लगातार पहाड़ों पर बारिश हो रही है. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक बारिश की वजह से दर्जनों सड़कें खराब हो गई है. कई जगह से टूट चुकी हैं तो कई जगह सड़कें भूस्खलन की वजह से भारी मलबा आ जाने की वजह से बंद हैं. उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर अयाज अहमद ने जानकारी दी है कि प्रदेश में अभी लगभग 154 सड़कें बंद हैं. 30 जून को करीब 152 सड़कें बंद हुई थी और 1 जुलाई को करीब 83 सड़कें बंद हैं. प्रदेश के 154 सड़कों का खोली जानी अभी बाकी है, जबकि 81 सड़कें के खोली जा चुकी हैं.

पीडब्ल्यूडी ने लगाई 396 जेसीबी मशीनें

लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को खोलने के लिए 396 जेसीबी मशीन लगाई है.  जिनमें 122 सरकारी और 274 निजी जेसीबी मशीन है जिनके जरिए सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है. पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर ने बताया है कि कुमाऊं और गढ़वाल के लिए 15 वैली ब्रिज स्टैंडबाई में रखे हैं. अगर कहीं पर सड़क पूरी तरह से कट जाती है और आवागमन सुचारू करने में समय लगता है तो वैली ब्रिज के जरिए ट्रैफिक सुचारू किया जा रहा है. 60 फीट से लेकर 100 फीट तक के बैली ब्रिज की व्यवस्था की गई है.

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सभी इंजीनियरों की छुट्टियां रद्द

पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर अयाज अहमद ने बताया कि बारिश और सड़कों को स्थिति को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सभी इंजीनियरों की छुट्टियों को रद्द किया गया है, केवल आपातकालीन स्थितियों में ही छुट्टी दी जाएगी. इसके साथ ही यमुनोत्री हाईवे अभी बंद है जिसे खोलने का काम किया जा रहा है. केदारनाथ और बद्रीनाथ में भी लैंडस्लाइड की वजह से दिक्कतें हैं, जिसे साफ किया जा रहा है. हालांकि बार-बार लैंडस्लाइड की वजह से सड़क बंद हो रही हैं.