- दुनिया के मशहूर 114 साला Athlete फौजा सिंह की सोमवार को सड़क हादसे में मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक जालंधर के गांव बियास के रहने वाले फौजा सिंह जब अपने घर के बाहर सड़क पर सैर करने निकले थे, तभी अचानक एक गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी. इसके बाद वह कार वाला वहां से फरार हो गया. फौजा सिंह सड़क पर गिरने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए. उन्हें जालंधर के एक अस्पताल में लाया गया. यहां उन्हें डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया.
92 वर्ष की आयु में दौड़ कर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया
फौजा सिंह भारतीय मूल के वृद्ध सिख खिलाड़ी हैं. वे ब्रिटिश नागरिक नागरिक हैं. 2003 में उन्होंने टोरंटो मैराथन में 92 वर्ष की आयु में दौड़ कर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था. वृद्धावस्था में मैराथन में भाग लेने के कारण मीडिया ने इन्हें कई नाम भी दिए. इसमें पगड़ी वाला तूफान, दौड़ने वाला बाबा, सुपर मैंन सिक्ख आदि नाम हैं.
फौजा सिंह ने बताया कि उनका जन्म 1 अप्रैल, 1911 को हुआ था. उनकी जीवनी में लिखा है कि वे पांच साल की उम्र तक चल नहीं सकते थे. बाद में बड़े होकर वह एक शौकिया धावक बने. भारत के विभाजन ने उनके जीवन को उसी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया जैसे इस क्षेत्र के लाखों अन्य लोगों के जीवन को किया था.
अपने परिवार के कई सदस्यों की दुर्घटनाओं और अन्य कारणों की मौत के बाद से वे अवसाद से उबरने के लिए दौड़ लगाना शुरू करते हैं. 1990 के दशक में अपने एक बेटे के साथ रहने के लिए इंग्लैंड चले जाने के बाद 89 वर्ष की आयु में उन्होंने गंभीरता से दौड़ना शुरू किया. एक अंतर्राष्ट्रीय मैराथन में भाग लिया.
'प्रेरणा देते रहेंगे'
राज्यपाल ने कहा, "114 वर्ष की आयु में भी, उन्होंने अपनी शक्ति और प्रतिबद्धता से पीढ़ियों को प्रेरित करना जारी रखा. उनकी विरासत, एक स्वस्थ और नशा मुक्त पंजाब के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के दिलों में अमर रहेगी."