Uttarakhand Budget 2025: उत्तराखंड में फरवरी के तीसरे हफ्ते तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार बजट लाने की तैयारी में है. केंद्र की ओर से पहली फरवरी को बजट आना है, उसके बाद प्रदेश सरकार भी अपने बजट को पेश कर देगी. इसके लिए राज्य के अधिकारी अपने स्तर पर बुनियादी खाका बनाने में जुट गए हैं.
सभी विभागों से लिए प्रस्ताव
वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने शुक्रवार शाम को मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी विभागों से नए बजट के लिए प्रस्ताव लिए जा चुके हैं, केवल उनपर विचार विमर्श हो रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट के प्रावधानों से राज्य को अपना बजट तय करने में काफी सहुलियत होती है. इससे अंदाजा मिल जाता है कि केंद्र की किन नई योजनाओं में राज्य अधिक से अधिक सहायता ले सकता है.
बजट के सापेक्ष 40 हजार करोड़ का खर्चा
सचिव ने आगे बताया कि बजट के सापेक्ष अभी तक 40 हजार करोड़ रुपये का खर्चा हो चुका है. इसमें से 6 हजार करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय और राजस्व मद में 34 हजार करोड़ रुपये खर्चा शामिल है. पिछले साल के मुकाबले यह बजट खर्च करीब आठ प्रतिशत तक अधिक है. उन्होंने कहा कि जनवरी से मार्च की तिमाही अपेक्षाकृत अधिक बजट खर्च होता है. इसलिए इसमें अधिक वृद्धि होने के आसार हैं.
इस वर्ष हो सकती है अधिक वृद्धि
बता दें कि वर्ष 2024-25 में उत्तराखंड का बजट 89 हजार करोड़ रुपये पारित हुआ था. बाद में सरकार पांच हजार करोड़ का अनुपूरक बजट भी लाई थी. पिछले वर्ष की तुलना में अभी तक की खर्च की दर आठ फीसदी अधिक है. हालांकि, इसमें और अधिक वृद्धि भी देखने को मिल सकती है.
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केंद्र के हिसाब से रहेगी तैयारी
वित्त सचिव ने आगे कहा कि केंद्र सरकार एक फरवरी को बजट पेश करेगी. इससे अंदाजा हो जाएगा कि कौन सी नई योजनाएं आ रही हैं और कहां से उनको मदद मिल सकती है. इसके हिसाब से वह अपनी तैयारी करेंगे. उन्होंने आगे बताया कि संसाधनों की कोई दिक्कत नहीं है. जीएसटी, वैट में खनन में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला है. हालांकि, अभी वन विभाग, यूपीसीएल और अन्य कॉरपोरेशन में लक्ष्य के अनुरूप धनराशि नहीं मिल रही है.