हाल ही में एक केस सामने आया है. जिसमें एक इंसान फोन पर बात करते हुए सब कुछ भूल गया. जो कि एक गंभीर बीमारी है. दरअसल, डॉक्टर के मुताबिक, यह ब्रेन फॉग है. जो कि कोई आम बीमारी नहीं है, लेकिन यह आपकी मानसिक कार्यक्षमता को काफी प्रभावित कर सकता है. यह समस्या नींद की कमी, खराब खानपान, स्क्रीन टाइम की अधिकता, तनाव और हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है. आइए आपको इस बीमारी के बारे में बताते है.
ब्रेन फॉग क्या है?
ब्रेन फॉग एक तरह की मानसिक स्थिति है. जिसमें इंसान को साफ सोचने, ध्यान केंद्रित करने और जानकारी याद रखने में दिक्कत होती है. इसके लक्षणों की बात करें, तो काम पर फोकस, ध्यान, थकान, बार-बार चीज़ें भूलना, निर्णय लेने में दिक्कत औ मानसिक सुस्ती शामिल है. वहीं यह दिक्कत कभी कुछ घंटों के लिए हो सकती है, तो कभी कई हफ्तों तक हो सकती है. अगर आपको भी यही दिक्कत हो रही है, तो इसे नजरअंदाज ना करें.
क्या है इसके कारण
ब्रेन फॉग के कारण की बात करें तो नींद की कमी, ज्यादा तनाव, खराब खाना, पानी की कमी और लंबा स्क्रीन टाइम शामिल है. इसके साथ ही शरीर में विटामिन B12, विटामिन D या आयरन की कमी भी दिमाग की क्षमता को प्रभावित कर सकती है. कुछ मामलों में थायरॉयड असंतुलन या हार्मोनल बदलाव भी इसका कारण बनते हैं.
इस तरीके से रखें ध्यान
डिजिटल डिटॉक्स
इन दिनों लोग डिजिटल दुनिया में ज्यादा टाइम स्पेंड कर रहे हैं. लगातार मोबाइल, लैपटॉप और टीवी पर वक्त बिताना आंखों को ही नहीं, दिमाग को भी थका देता है. इससे नींद प्रभावित होती है. इसके लिए टाइम निकालकर डिजिटल डिटॉक्स करें—कुछ घंटे फोन या लैपटॉप से दूरी बनाएं, बाहर टहलें या किताब पढ़ें.
डाइट
वहीं आपके खाने का भी आप पर काफी प्रभाव होता है. ज्यादा प्रोसेस्ड फूड, शुगर, कैफीन और जंक फूड ब्रेन फॉग को बढ़ावा देते हैं. ब्रेन के लिए फायदेमंद आहार जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड, नट्स, बीज, हरी सब्ज़ियाँ और पानी भरपूर मात्रा में लेने से मानसिक थकान कम होती है. हल्का-फुल्का और समय पर खाना न केवल पेट के लिए अच्छा है, बल्कि दिमाग को भी शांति और फोकस देने में मदद करता है.
नींद
आप रोजाना 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लें. इससे दिमाग की कोशिकाएं रिपेयर करती है. सोने से पहले मोबाइल या टीवी देखने की आदत ब्रेन फॉग को और बढ़ा सकती है. बेहतर नींद के लिए सोने से एक घंटे पहले डिजिटल डिवाइसेज़ से दूरी बनाएं, हल्का भोजन लें और थोड़ी देर ध्यान या गहरी सांस की एक्सरसाइज़ करें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.