FASTag New Rule : हम सभी के पास गाड़ियां होती है और जिसके पास गाड़ी उसके पास फास्टैग तो होगा ही होगा. लेकिन समस्या वहां आती है जब आप अपने फास्टैग को अपनी अन्य गाड़ियों में लगाकर भी पैसे की बचत करने की कोशिश करते हैं. लेकिन अब यह आप पर भारी पड़ेगा. एक तरीके से नहीं दो से नहीं बल्कि कई तरीकों से, लेकिन पहले यह समझ लीजिए कि जो नियम है वह और ज्यादा सख्त कर दिए गए हैं. एनएचएआई की तरफ से और परिवहन मंत्रालय की तरफ से फास्टैग को लेकर जो नियम बने थे उसे सख्त कर दिया गया है. वन व्हीकल वन फास्टैग जो पिछले साल लागू हुआ था, अब उसे सख्ती से अपनाया जा रहा है. अब इसमें होगा यह कि आपके पास एक गाड़ी का एक ही फास्टैग होना चाहिए. उस फास्टैग से आपका वाहन नंबर लिंक होना चाहिए. तभी जब टैग स्कैन होता है टोल प्लाज़ा पर तो पूरी डिटेल आपकी गाड़ी की आ जाती है.
लेकिन अगर उसी फास्टैग को आप दूसरी गाड़ी में इस्तेमाल कीजिएगा तो समझिए आपकी पहली गाड़ी की डिटेल आएगी तो वो झोल पकड़ा जाएगा. अगर पकड़ा गया तो आपका फास्टैग ब्लैक लिस्ट हो जाएगा. वो लूजस्ट टैग की कैटेगरी में डाल दिया जाएगा. अब इसका मतलब क्या होता है समझिए ब्लैक लिस्ट होने का. ना सिर्फ आपको डबल यहां पर उसका फास्टैग का पैसा देना होगा बल्कि ब्लैक लिस्ट होने के चलते नेक्स्ट टाइम आप टोल प्लाज़ा को क्रॉस भी नहीं कर पाएंगे. आपको जुर्माना देना होगा और साथ ही गाड़ी को लेकर भी मुसीबतें आपकी बढ़ सकती हैं. तो आप समझ जाइए कि कितना ज्यादा सीरियस यह मैटर है. लागू पिछले साल हुआ था लेकिन अब एग्जीक्यूशन और ज्यादा सख्ती से हो रहा है. तो अगर आप उन लोगों में से हैं जिनके घर में तीन-चार वाहन है और एक ही फास्टैग पर आप काम चला रहे हैं तो अभी इसे सुधार लीजिए. नहीं तो यह आपको महंगा पड़ेगा.
साथ ही समझने वाली बात यह भी है कि जिस तरीके से बड़े स्तर पर लोग टोल प्लाजा क्रॉस करते हैं, आवाजाही वाहनों की सुनिश्चित हो, यात्रा सुगम बनी रहे, इसको लेकर यह बड़ा कदम उठाया गया है. क्योंकि यह पहली दफा नहीं है. कई बार आपने देखा होगा कि कई स्कैम्स टैग को लेकर भी हमने देखे हैं. जहां पर नकली फास्टैग होते हैं या फिर कई दफा पेमेंट कटने का मैसेज आ जाता है और पेमेंट कटता नहीं है. उसमें से टोल आपका वहां से कट नहीं पाता है. तो इन्हीं सब दुविधाओं को और इन्हीं सब समस्याओं को दूर करने को लेकर परिवहन मंत्रालय फास्टैग को इंट्रोड्यूस किया था और अब वन व्हीकल वन फास्टैग का जो नियम है, उसे सख्ती से लागू कराया जा रहा है.