प्रयागराज में महाकुंभ मेले का भव्य आयोजन हो रहा है. महाकुंभ अब खत्म होने की ओर है. 26 फरवरी को महाकुंभ का अंतिम दिन है. महाकुंभ के आखिरी बड़े स्नान के मद्देनजर मंगलवार शाम चार बजे से ही महाकुंभ को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया. भीड़ की आवाजाही को सुगम करने के लिए इन प्रतिबंधों को लागू किया गया है.
सिर्फ इन लोगों की एंट्री पर बैन नहीं
बयान में पुलिस ने कहा कि दूध, सब्जियों, दवाओं, ईंधन और आपातकालीन वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध नहीं है. डॉक्टर, पुलिस और प्रशासनिक अधिकरियों की भी आवाजाही रहेगी. 26 फरवरी को महाकुंभ का आखिरी दिन है. मंगलवार सुबह फिर से प्रयागराज में भारी भीड़ पहुंचने लगी है. आसपास के जिलों से लोग आ रहे हैं. प्रयागराज शहर के सभी एंट्री प्वाइंट्स पर जाम है. पुलिस धीरे-धीरे वाहनों को निकाल रही है.
36 पार्किंग स्थल बनाए गए
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ मेेला क्षेत्र में नया ट्रैफिक प्लान लागू रहेगा. महाकुंभ आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को प्रशासन द्वारा निर्धारित 36 पार्किंग स्थलों पर ही खड़ा कर सकते हैं. प्रशासन ने कहा है कि श्रद्धालु निर्धारित पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें. पार्किंग एरिया से स्नान घाट तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने शटल बस सेवा उपलब्ध करवाया जाएगा. किसी भी आपातकालीन स्थिति में यातायात पुलिस, सुरक्षाबलों और चिकित्सा दलों की मदद ली जा सकती है.
होटल 27 तक फुल
महाकुंभ का अंतिम स्नान तो 26 फरवरी को है पर शहर के अधिकांश होटल 27 फरवरी तक के लिए बुक हैं. ऐसी ही स्थिति अरैल में बनाई गई टेंट सिटी की भी है. एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु कुछ दिनों से प्रयागराज आ रहे हैं. प्रयागराज के होम स्टे, होटल, और लग्जरी कॉटेज 26 फरवरी तक फुल हैं.
तैयारियों पर डीआईजी ने दी जानकारी
महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि महाशिवरात्रि को लेकर हमने पूरी व्यवस्थाएं की हैं. हमारा प्रयास है कि मेले के दौरान कहीं भी जाम न लगे. सभी व्यवस्थाएं सुगम रहें. हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.