Prayagraj Murder Mystery: यूपी के प्रयागराज में 29 मार्च की रात में एक एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) की हत्या हो गई और इसका आरोपी भी पकड़ा गया लेकिन मरने वाला का परिवार इस बात को नहीं मान रहा कि चोरी के लिए यह हत्या की गई है. परिवार की और से वकील ने बताया कि क्यों चीफ इंजीनियर की हत्या को सुपारी किलिंग माना जा रहा है. प्रयागराज से संवाददाता मानवेन्द्र प्रताप सिंह की Exclusive रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
दरअसल, परिवार की तरफ से बात करते हुए एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) एसएन मिश्रा के वकील सौरभ प्रताप सिंह ने बताया कि यह हत्या बहुत ही सुनियोजित तरीके से हुई है. कोई भी चोर घर में घुसने से पहले क्या डोर बेल बजाता है, नहीं न. लेकिन यहां पर आरोपी ने रात को 3 बजे डोर बेल बजाई. उससे पहले घर के बाहर लगे सीसीटीवी के तार को काट दिया जिससे उसकी पहचान न हो. जब डोर बेल बजाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो फिर दरवाजा काटने का प्रयास हुआ. इस वजह से जो आवाज पैदा हुई उससे घरवाले जाग गए.
कंधे पर था बैग पैक
जब आरोपी को लगा कि काम गड़बड़ हो गया है तो उसने खिड़की पर नॉक किया. जैसे ही एसएन मिश्रा खिड़की खोलते हैं तो आरोपी सौरभ पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर देता है. गोली चलने की आवाज नहीं आती है, इसका मतलब है कि पिस्टल में साइलेंसर लगा हुआ था. घर के अंदर जो सीसीटीवी लगे हुए थे, उसमें आरोपी की फुटेज कैच हो जाती है जिसमें वह पिस्टल तानते हुए नजर आता है. उसके कंधे पर बैग पैक है. इस सारी घटना को देखकर ऐसा ही लगता है कि यह एक सुपारी किलिंग हो सकती है.
दो बार कर चुका था घुसने की कोशिश
इंजीनियर के परिवार के वकील ने बताया कि इसके पहले 14 मार्च की रात भी आरोपी ने घर मे घुसने की कोशिश की थी लेकिन सफल न होने पर वो मौके से फरार हो गया था. इस गंभीर घटना की लिखित जानकारी चीफ इंजीनियर ने एयरफोर्स अथॉरिटी और एयरफोर्स पुलिस को भी दी थी.
चोरी की नीयत या हत्या की नीयत
सौरभ सवाल उठाते हैं कि आरोपी की सुनीता देवी और उसके पिता शिव कुमार कैम्पस के कई घरों में काम करते थे. उन्हें अंदर की सभी गतिविधियों की जानकारी थी लेकिन 14 से 29 मार्च के बीच 23 से 26 मार्च तक जब घर मे कोई मौजूद नहीं था और सब आउट स्टेशन थे. तब आरोपी ने चोरी का प्रयास क्यों नहीं किया. वो कहते हैं कि दरअसल, शूटर सौरभ कुमार 2 बार उनके घर चोरी की नीयत से नहीं बल्कि हत्या की नीयत से दाखिल हुआ था.
पुलिस ने किया ये खुलासा
पुलिस ने इस मामले में सौरभ के मां और बाप को भी आरोपी बनाया है. पुलिस के मुताबिक मां-बाप और बेटे ने मिलकर सौरभ के घर चोरी और लूट की साजिश रची थी. पुलिस ने अपने खुलासे में दावा किया है कि आरोपी सौरभ कुमार और उसके मां-बाप को अपने दूसरे बेटे सनी की जमानत और पैरवी के लिए पैसों की जरूरत थी, इसलिए उन्होंने इंजीनियर के घर चोरी की प्लानिंग की थी. सौरभ कुमार का भाई सनी हत्या के एक मामले में पहले से ही कौशाम्बी जेल में बंद है.
क्या आरोपी का मकसद सिर्फ चोरी करना था
पीड़ित के वकील ने बताया कि पुलिस का ये दावा भी सही नहीं लगता है क्योंकि आरोपी खुद ढाई लाख रुपये की बाइक से चलता है और डेढ़ लाख रुपये का फोन इस्तेमाल करता है. उसने चीफ इंजीनियर के घर चोरी की नीयत से 50 हजार रुपये के हथियार की खरीद की थी.अहम बात ये है कि अगर आरोपी का मकसद सिर्फ चोरी करना ही था तो उसने देश के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले सेंट्रल एयर कमांड के बमरौली एयरबेस के कंपाउंड को ही क्यों चुना. वहां पर वो इतना रिस्क लेकर दो-दो बार दाखिल हुआ. पहली बार के बाद घर के लोग अलर्ट थे लेकिन वो दोबारा दाखिल हुआ. पुलिस के मुताबिक, आरोपी बाउंड्री से लगे पेड़ पर चढ़ कर कैम्पस में दाखिल हुआ था.
सुपारी किलिंग की घटना से भी नहीं इनकार
29 मार्च की रात के 3 बजे इंजीनियर की हत्या होती है और आनन फानन में पुलिस 3 दिन के अंदर हत्याकांड का खुलासा कर देती है लेकिन अब जिस तरह के सवाल इंजीनियर के परिवार ने उठाये हैं, उससे पुलिस के खुलासे की धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं. परिवार के करीबी सूत्र बताते है एनएन मिश्रा, एयर फोर्स सिविल वर्क्स के चीफ इंजीनियर थे और उन्होने हाल में कई कॉन्ट्रैक्टर के कॉन्ट्रैक्ट रद्द किए थे जो उनसे नाराज चल रहे थे. उनमें से किसी कॉन्ट्रैक्टर ने सौरभ कुमार को 10 से 15 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई है.
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