मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केसः लापरवाही के चलते फिर से एक लड़की हुई लापता, बचाई गई थी 14 लड़कियां

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में बचाई गईं 14 लड़कियों में से एक लड़की लापता हो गई है। दरअसल, बचाई गईं सभी 14 लड़कियों को मधुबनी में एक एनजीओ में पहुंचाया गया था जहां से एक लड़की लापता हो गई है।

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में बचाई गईं 14 लड़कियों में से एक लड़की लापता हो गई है। दरअसल, बचाई गईं सभी 14 लड़कियों को मधुबनी में एक एनजीओ में पहुंचाया गया था जहां से एक लड़की लापता हो गई है।

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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केसः लापरवाही के चलते फिर से एक लड़की हुई लापता, बचाई गई थी 14 लड़कियां

प्रग्या भारती (फोटो-ANI)

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में बचाई गई 14 लड़कियों में से एक लड़की लापता हो गई है। दरअसल, बचाई गई सभी 14 लड़कियों को मधुबनी में एक एनजीओ में पहुंचाया गया था जहां से एक लड़की लापता हो गई है। मधुबनी में एनजीओ चलाने वाली प्रज्ञा भारती ने इस बात की जानकारी दी।

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प्रज्ञा भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमारे एनजीओ के पास स्पेशल यूनिट में 10 बिस्तर हैं। पहले से ही हमारे यहां 11 बच्चे थे। जब मुजफ्फर शेल्टर होम केस के 14 बच्चे हमारे पास आए तब अधिकारियों ने मुझे बताया कि उन्हें बाद में स्थानांतरित कर दिया जाएगा और उन सभी की देखभाल के लिए मुझसे मांग की गई। मेरे पास 20-25 बच्चों का रखने के लिए जगह न होने की वजह से मैंने मना भी किया लेकिन सरकार की ओर से दवाब आने पर हमें उन बच्चों को रखना पड़ा। बच्चों को उसके बाद स्थानांतरित नहीं किया गया। मैंने उनकी सुरक्षा के लिए पूरी कोशिश की।'

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उन्होंने आगे कहा, 'उन 14 लड़कियों की हालत अच्छी नहीं थी। इसलिए, हमने जिला प्रशासन को सुरक्षा की मांग करने के लिए एक पत्र लिखा था। सुरक्षा के लिए चार लोग थे जो देख-रेख कर रहे थे। हमारे पास पर्याप्त सुरक्षा थी लेकिन सुरक्षा में चूक या साजिश के कारण कोई एक लड़की गायब हो गई है। अब इस मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।'

भारती ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी है और जांच पड़ताल के लिए सीसीटीवी की एक फुटेज भी पुलिस को दी है।

14 लड़कियों की हालत के बारे में भारती ने बताया, 'मैंने उनसे बात की थी। वे शारीरिक रूप से कमजोर थीं। प्राथमिक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, उन्होंने बात करना शुरू कर दिया। कुछ लड़कियां अभी ठीक हो रही हैं।'

इस बीच, बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को मुंबई में स्थित एक प्रमुख शोध विश्वविद्यालय द्वारा सोशल ऑडिट रिपोर्ट की समय-समय पर संज्ञान लेने के लिए सात सामाजिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निलंबित कर दिया, जिसने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले को उजागर किया था।

आपको बता दें कि 24 जुलाई को मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के 11 कर्मचारियों को कथित तौर पर लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने आसपास के इलाकों में छापा मारा और 44 लड़कियों को बचाया गया।

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Source : News Nation Bureau

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