केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने सघन इंद्रधनुष अभियान 2.0 की तैयारियों की समीक्षा की

सरकारी आंकड़े के अनुसार हर वर्ष 260 लाख बच्चों का जन्म होता है और उनमें से अनुमानत: 31 लाख बच्चों को विभिन्न कारणों के चलते जीवन के पहले साल में सभी टीके नहीं लग पाते.

सरकारी आंकड़े के अनुसार हर वर्ष 260 लाख बच्चों का जन्म होता है और उनमें से अनुमानत: 31 लाख बच्चों को विभिन्न कारणों के चलते जीवन के पहले साल में सभी टीके नहीं लग पाते.

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Ravindra Singh
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केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने सघन इंद्रधनुष अभियान 2.0 की तैयारियों की समीक्षा की

हर्षवर्धन( Photo Credit : न्‍यूज स्‍टेट)

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दो दिसंबर को एक सघन टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले विभिन्न राज्यों की तैयारियों की बृहस्पतिवार को समीक्षा की. इस अभियान के तहत में उन इलाकों पर खास ध्यान दिया जाएगा, जहां टीकाकरण की दर कम है. मंत्री ने राज्यों में ‘सघन इंद्रधनुष अभियान’ (आईएमआई) 2.0 शुरु करने के लिए तैयारियों की समीक्षा की.

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हर्षवर्धन ने कहा कि आईएमआई 2.0 का लक्ष्य पूर्ण टीकाकरण करना है तथा इसके तहत दो वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे और सभी गर्भवती महिलाओं को इसके दायरे में लाया जाएगा जो कि अब भी देश के 271 जिलों में और उत्तर प्रदेश और बिहार के 652 ब्लॉक में इससे वंचित रहे या आंशिक रूप से इसका लाभ ले पाए हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार हर वर्ष 260 लाख बच्चों का जन्म होता है और उनमें से अनुमानत: 31 लाख बच्चों को विभिन्न कारणों के चलते जीवन के पहले साल में सभी टीके नहीं लग पाते.

हर्षवर्धन ने राज्य के प्रधान सचिवों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशकों, राज्यों के टीकाकरण अधिकारियों और टीकाकरण अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए संवाद करते हुए आईएमआई 2.0 के तहत बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के महत्व और पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की प्राथमिकता पर जोर दिया. मंत्री ने कहा, ‘‘आईएमआई 2.0 की शुरूआत से भारत के पास पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में मौत के मामलों को और कम करने और 2030 तक बच्चों को ऐसी मौतों से बचाना है जिसे रोका जा सकता है.’’ 

Source : भाषा

Rainbow Campaign 2.0 IMI Review Harshvardhan
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