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कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आर्थिक पैकेज को लेकर दिया अटपटा बयान, कहा यह तो 4 2020 है

Coronavirus (Covid-19): पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट के जरिए कहा कि PM ने 2020 के लिए 20 लाख करोड़ का वित्तीय पैकेज का ऐलान किया है, जबकि एक्सपर्ट का कहना है कि सरकार के पास नकदी प्रवाह सिर्फ 4 लाख करोड़ रुपये है.

Updated on: 13 May 2020, 12:19 PM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) के कारण लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूती देने के लिये 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. इस राहत पैकेज के जरिए किसान, मध्यम वर्ग और अन्य सेक्टर को आर्थिक मदद पहुंचाई जाएगी. वहीं कांग्रेस मोदी सरकार के इस राहत पैकेज में देरी और पैकेज की वैल्यू को लेकर आलोचना कर रही है.

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कपिल सिब्बल ने सरकार के आर्थिक पैकेज पर तंज कसा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने आर्थिक पैकेज पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि असली आर्थिक पैकेज तो 4 2020 है. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि प्रधानमंत्री ने 2020 के लिए 20 लाख करोड़ का वित्तीय पैकेज का ऐलान किया है, जबकि एक्सपर्ट का कहना है कि सरकार के पास नकदी प्रवाह (Cash Outflow) सिर्फ 4 लाख करोड़ रुपये है. इसके अलावा रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने 8 लाख करोड़ रुपये का नकदी प्रवाह बाजार में डाला है. सरकार के पास 5 लाख करोड़ का अतिरिक्त कर्ज और एक लाख करोड़ गारंटी फीस है. ऐसे में मोदी सरकार का वास्तविक आर्थिक पैकेज: 4 2020 है.

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खाली पन्ने को भरने के लिए वित्त मंत्री के बयान का इंतजार
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने ट्वीट के जरिए कहा है कि प्रधानमंत्री ने कल हमें एक शीर्षक और एक रिक्त पृष्ठ दिया. स्वाभाविक रूप से मेरी प्रतिक्रिया एक रिक्त थी. आज हम खाली पृष्ठ को भरने के लिए वित्त मंत्री के बयान का इंतजार कर रहे हैं. हम ध्यान से हर उस अतिरिक्त पैसे पर नजर रखेंगे जिसे सरकार वास्तव में अर्थव्यवस्था में खर्च करने जा रही है. उन्होंने लिखा है कि हम यह भी जांच करेंगे कि जनसंख्या (13 करोड़ परिवारों) के निचले हिस्से को वास्तविक धन के मामले में क्या मिलेगा. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि हम इस बात का भी ध्यान रखेंगे कि किसे क्या मिला है. इसके अलावा सैकड़ों किलोमीटर चलने के बाद अपने घरेलू राज्यों को लौटे गरीब, भूखे और तबाह प्रवासी श्रमिकों के लिए क्या घोषणा की जाएगी. इस पर भी हम नजर रखे हुए हैं.