डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बन चुके हैं. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने पद की शपथ दिलाई. उनके साथ जेडी वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली. इसके साथ ही अमेरिका में ट्रंप युग की शुरुआत हो चुकी है. ट्रंप 4 साल बाद फिर से कैपिटल हिल लौट हैं. ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, 'मेरे प्रिय मित्र डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर आपको बधाई. मैं हमारे दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए एक बार फिर साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं. आगामी सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं.'
पूरी दुनिया में हमारा सम्मान किया जाएगा
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि आज से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में हमारा सम्मान किया जाएगा. हम किसी देश को खुद का अब और फायदा उठाने की इजाजत नहीं देने वाले हैं. हमारी संप्रभुता को दोबारा हासिल किया जाना है. हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी. हमारी सबसे पहली प्राथमिकता एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण करने की है जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र होंगे.
राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप ने अपने पहले भाषण में कहा 'हम अपनी दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी घोषित करते हैं.' ट्रंप ने मेक्सिको के साथ लगती अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सेना को भेजने का ऐलान किया है? उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वे आए हैं.
वास्तव में मेरी जान लेने का प्रयास किया
डोनाल्ड ट्रंप बोले, जो लोग हमारे काम को रोकना चाहते हैं, उन्होंने मेरी आजादी छीनने और वास्तव में मेरी जान लेने का प्रयास किया. आपको याद होगा की कुछ माह पहले पेंसिल्वेनिया में एक गोली मेरे कान को चीरते हुए निकल गई थी. तब मुझे यह एहसास हुआ था और अब और भी ज्यादा लगता है कि उनकी जान किसी कारणवश बची थी. मुझे अमेरिका को दोबारा से महान बनाने के लिए भगवान ने उन्हें बचाया.
उन्होंने अपने पहले भाषण में कहा कि अमेरिका पहले से कहीं अधिक महान, मजबूत और कहीं अधिक असाधारण होने वाला है. देश में बदलाव की लहर देखी जा रही है. पूरी दुनिया पर सूरज की रोशनी बरसी है. अमेरिका के पास इस दौरान पहले से कहीं बेहतर तरीके से भुनाने का मौका होगा.
हम ऐसा नहीं होने दे सकते हैं: ट्रंप
लॉस एंजिल्स की आग पर ट्रंप ने कहा कि हम ऐसा नहीं होने दे सकते हैं. हमारे पास एक पब्लिक हेल्थ सिस्टम है जो आपदा के वक्त काम नहीं करती है. इसके बाद भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में इस पर हम ज्यादा खर्च करते हैं. हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म करना सिखाती है. हमारे देश से नफरत करना सिखाती है. यह सब आज से पूरी तरह से बदल जाएगा.'