Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. हिंसा की जांच के लिए गठित की गई इस विशेष टीम में बंगाल पुलिस के 9 अधिकारियों को शामिल किया गया है. यह टीम मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के कारणों की जांच करेगी. इसके साथ ही हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करना भी टीम का काम होगा. मुर्शिदाबाद रेंज के डीआईजी इस विशेष टीम की अध्यक्षता करेंगे. इस बारे में बुधवार (16 अप्रैल) को जानकारी दी गई.
एसआईटी में ये अधिकारी शामिल
हिंसा की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खुफिया विभाग, दो उपाधीक्षक- एक काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स (सीआईएफ) से और दूसरा आपराधिक जांच विभाग (CID), पांच निरीक्षक जिनमें सीआईडी से चार और यातायात पुलिस से एक अधिकारी शामिल हैं. इनके अलावा सुंदरबन पुलिस जिले के तहत साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को भी एसआईटी में शामिल किया गया है. बता दें कि मुर्शिदाबाद में पिछले दिनों नए वक्फ कानून के विरोध के दौरान हिंसा भड़क गई थी. जिसमें तीन लोगों की जान चली गई. जबकि कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हो गए.
विशेष टीम में शामिल अधिकारियों के नाम
मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच के लिए बनाई गई विशेष टीम में जिन अधिकारियों को शामिल किया गया है उनमें पहला नाम शांतनु चौधरी का है जो डब्ल्यूबीपीएस, अतिरिक्त. एसपी, आईबी, पश्चिम बंगाल के अधिकारी है. इनके अलावा विजय यादव, उप. एसपी, सीआईएफ, डब्ल्यूबी के पद पर तैनात हैं. वहीं कौशिक घोष, डीवी. एसपी, सीआईडी, पश्चिम बंगाल में कार्यरत हैं. जबकि असीम मंडल, निरीक्षक, सीआईडी, पश्चिम बंगाल के पद पर तैनात हैं. वहीं राजर्षि दत्ता, निरीक्षक, यातायात मुख्यालय, पश्चिम बंगाल में कार्यरत हैं. अनुपम चक्रवर्ती, निरीक्षक. सीआईडी, पश्चिम बंगाल, तन्मय घोष, निरीक्षक, सीआईडी, पश्चिम बंगाल, तुहिन दास, निरीक्षक, सीआईडी, पश्चिम बंगाल और सुदीप्त डे, आईसी, साइबर, सुंदरबन पीडी का नाम शामिल है.
मुर्शिदाबाद में तैनात की गईं केंद्रीय बलों की 9 कंपनियां
बता दें कि मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में सीमा सुरक्षा बल (BSF) की करीब नौ कंपनियों (कम से कम 900 जवान) को तैनात किया है. इन कंपनियों में से 300 जवान स्थानीय स्तर पर तैनात किए गए हैं. जबकि अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती राज्य सरकार के अनुरोध पर की गई है. पुलिस के मुताबिक, मुर्शिदाबाद हिंसा मामले में अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं हिंसा प्रभावित समसेरगंज, धुलियान और मुर्शिदाबाद के अन्य प्रभावित इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई है.