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भूमिपूजन के लिए खास इंतजाम, बनाए गए चांदी के फावड़े और कन्नी

आज राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

Updated on: 05 Aug 2020, 09:09 AM

नई दिल्ली:

आखिरकार बरसों का इंतजार खत्म होने वाला है और पीएम मोदी आज राम मंदिर की नींव रखने वाले हैं. आज राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस खास दिन के लिए पूरे देश में उत्साह है. अयोध्या में ये दिन दिवाली की तरह मनाया जा रहा है. पूरी अयोध्या जगमगा रही और हर दिशा से राम नाम गूज उठ रही है.
वहीं दूसरी ओर भूमिपूजन के लिए भी खास तैयारी की जा रही है. भूमिपूजन के लिए चांदी के फावड़े और कन्नी बनाए गए हैं. भूमिपूजन के लिए इन्हें खास तौर पर चांदी का बनाया गया है. प्रधानमंत्री इसी फावड़े औऱ कन्नी का इस्तेमाल कर राम मंदिर की नींव रखेंगे.

इस खास मौके के लिए अयोध्या नगरी मंगलवार सूर्यास्त होते ही जगमग रोशनी (Lights) से नहा उठी. मंगलवार को रोशनी में नहाया शहर बुधवार रात तक जगमग रहेगा. अयोध्या धाम में 3,51,000 दिए जलाए गए हैं. राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर दिए जलाए गए. अयोध्या धाम के सभी मंदिरों में दिये जल रहे हैं.

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लाखों दीपक से रौशन राम नगरी का कोना-कोना

कारसेवकपुरम हो या नया घाट या हनुमान गढ़ी के आसपास का क्षेत्र, हर कोना मंगलवार से ही रोशनी से नहाया हुआ था. राम की पैड़ी पर करीब डेढ़ लाख दिये जलाए गए हैं. 1 लाख 25 हजार दीपक सरयू घाट (राम की पैड़ी) पर इसके अलावा 25 हजार भरतकूप, छोटी चौक में 11 हजार, बड़ी चौक में 12 हजार हनुमान गढ़ी में 11000, जन्मभूमि में 101, इसके अन्य कई जगह भी दीपक जलाए गए. संध्या आरती में भजन का श्रवण, घंटा घड़ियाल, नगाड़ों की टंकार और शंखनाद वातावरण को अद्भुत बना रहा था. कुछ मंदिरों में किन्नर भी एकत्र हुए और भक्ति के रंग में रंगे नजर आये. दिन में बंद रही कई दुकानें शाम को खुल गयीं और दुकानदारों ने दुकानों के आगे दीप जलाये.

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हनुमानगढ़ी अलग ही रंग में

वहीं, साकेत महाविद्यालय से हनुमानगढ़ी तक लगभग डेढ़ किमी का क्षेत्र अलग रंग में दिखाई पड़ रहा है. सड़क के दोनों किनारों के भवन पीले रंग में हैं. उन पर रामकथा के चित्र अपनी दिव्यता का एहसास करा रहे हैं. इस पूरे क्षेत्र को भगवा और लाल झंडों से पाट दिया गया है. मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे. इनके अलावा शहर के भी कुछ गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है.