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Fact Check( Photo Credit : वीडियो ग्रैब)
लॉकडाउन से नुकासन सबसे ज्यादा अगर किसी को हो रहा है तो वो हैं मजदूर दो पैसे कमाने के लिए घर से दूर चले आए और अब लॉकडाउन के चलते दाने-दाने को मोहताज हैं. ऐसे प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए अब ट्रेनें भी चलाई जा रही है लेकिन अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो घर जानें की आस-आस में जगह-जगह चक्कर काट रहे हैं.
इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पुलिसकर्मी तीन लोगों को बेरहमी से मारते नजर आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि पीटे जा रहे ये मजदूर बिहार के हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया, 'लॉकडाउन में बिहारी मजदूर का क्या हाल है'. खबर लिखे जाने तक इस वीडियो को 27 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
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क्या है इस वीडियो की सच्चाई?
इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से रिवर्स सर्च इमेज किया तो पता चला कि ये वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. हमें गूगल पर कुछ लिंक मिले जिसमें यहीं वीडियो थी. उसमें बताया गया कि असल में ये तीनों आदमी बिहार के रहने वाले नहीं थे बल्कि तेलंगाना के ही स्थानीय निवासी थे. दरअसल ये वीडियो खम्मम जिले के वनमवारी कृष्णापुरम गांव का है और ये तीनों शख्स इसी गांव में रहते हैं.
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लॉकडाउन के चलते कोई काम न होने के कारण ये लोग बाहर बैठकर ताश खेल रहे थे इसलिए पुलिस इनको मार रही थी. ये लोग पहले भी कई बार लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं. स्थानीय मीडिया चैनलों ने भी इस खबप की पुष्टी की है जिससे ये साफ है कि इन तीनों लोगों का बिहार से कोई लेना-देना नहीं है और वायरल हो रही वीडियो गलत दावे के साथ शेयर की जा रही है.
Source : News Nation Bureau