Mahakumbh 2025: दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ बस शुरू ही होने वाला है. महाकुंभ का आयोजन तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित होगा. 13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा. मेले की महानता और पौराणिकता ही है, जिसकी वजह से दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं. महाकुंभ आने वाले श्रद्धालु पवित्र संगम जल में डुबकी लगाते हैं. यहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां मिलती हैं.
Mahakumbh 2025: 144 साल बाद लगा ये महाकुंभ
देश-दुनिया से 450 मिलियन से लोग भारत के आध्यात्मिक शहर प्रयागराज आ सकते हैं. इस बार का महाकुंभ मेला इसलिए भी खास है क्योंकि ये 144 साल में एक बार आयोजित होता है. यानी यहां 12 बार 12 महाकुंभ आयोजित हो चुके हैं. इस बार बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे. इसी वजह से एयरलाइंस कंपनियां अलग-अलग शहरों से प्रयागराज के लिए उड़ानें शुरू कर रही हैं.
Mahakumbh 2025: हवाईयात्रा के किरायों में हुआ इजाफा
एएआई ने बताया कि महाकुंभ के लिए विशेष रूप से 20 नई उड़ानें शुरू की गईं हैं. इंडिगो ने कोलकाता, अहमदाबाद और बेंगलुरू से नई उड़ानें शुरू की हैं. वहीं, स्पाइसजेट मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और बेंगलुरू को प्रयागराज से जोड़ रही है. प्रयागराज के लिए उड़ाने सीमित हैं, जिस वजह से इनका किराया बढ़ गया है. जैसे- बेंगलुरू से प्रयागराज के लिए 11 जनवरी को फ्लाइट का एकतरफा किराया 22 हजार रुपये हैं. वहीं, मुंबई से प्रयागराज का एकतरफा हवाई किराया 30 हजार रुपये है.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज हवाईअड्डे का हो रहा है जीर्णोद्धार
महाकुंभ के कारण प्रयागराज हवाईअड्डे पर यात्रियों की संख्या में अचानक उछाल आएगा. इसी वदह से हवाईअड्डे का जीर्णोद्धार हो रहा है. 2700 यात्रियों को एक साथ संभालने के लिए नए टर्मिनल का विकास हो रहा है.
Mahakumbh 2025: होटलों के किराये ने भी छुआ आसमान
सिर्फ फ्लाइट ही नहीं बल्कि होटलों में ठहरना भी मुश्किल हो रहा है. यहां एक रात के कमरे का किराया 40 हजार रुपये तक हो सकता है. देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए डेढ़ लाख से अधिक टेंट और 25,000 आवास बनाए गए हैं. पहली बार टेंट सिटी को गूगल मैप्स में हाईलाइट किया जाएगा.
Mahakumbh 2025: सरकार ने खर्च किया 5496
खास बात है कि इस भव्य आयोजन के लिए राज्य सरकार 5,496 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. ये धनराशि पिछले बार 2019 में खर्च की गई राशि से बहुत अधिक है. सरकार ने इस बार महाकुंभ के लिए चार हजार हेक्टेयर भूमि आवंटित की है. 2013 में आवंटित 1900 हेक्टयेर की तुलना में ये बहुत ज्यादा है.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज को होगा बड़ा मुनाफा
खास बात है कि अगर मेले में आने वाला व्यक्ति सिर्फ एक हजार रुपये खर्च करे तो डेढ़ महीने में प्रयागराज शहर को करीब 40 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा. लेकिन आसान सी बात है कि कितने ही ऐसे श्रद्धालु आएंगे, जो 50 हजार तक एक-एक लाख रुपये तक खर्च करेंगे. इतना फायदा तो डारयेक्ट प्रयागराज शहर को होने वाला है. आस-पास के शहरों, रेलवे, हवाई सेवाओं, बसों, कैब्स सहित अन्य सुविधाओं का मुनाफा अलग है.