Hajj 2025: सऊदी अरब ने हज पर आने वाले जायरीनों को लेकर एक बड़ा निर्यण लिया है. दरअसल, सऊदी अरब ने हज के दौरान बच्चों को लेकर आने पर रोक लगा दी है. सऊदी अरब ने घोषणा की है कि अब जायरीनों को बच्चों को पवित्र स्थल पर लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बता दें कि सऊदी हज और उमरा मंत्रालय ने हज के दौरान हर साल होने वाली भीड़ से जुड़े संभावित जोखिमों के चलते बच्चों के हज पर ले जाने पर रोक लगा दी है.
पहली बार हज पर जाने वालों को मिलेगी प्राथमिकता
मंत्रालय का कहना है कि, 'बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हज यात्रा के दौरान किसी भी संभावित नुकसान को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है.' इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इस साल हज के लिए पहली बार जाने वाले तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी.
हज 2025 के लिए शुरू हुआ रजिस्ट्रेशन
बता दें कि हज 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है. हज पर जाने वाले लोग नुसुक ऐप या आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं. आवेदकों को अपनी जानकारी सत्यापित करने और उनके साथ यात्रा करने वाले किसी भी साथी को पंजीकृत करना होगा. वहीं मंत्रालय ने हज पैकेज की बिक्री शुरू होने से पहले ही तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. तीर्थयात्री अपनी सुविधा के अनुसार पैकेज का चयन कर सकते हैं. वहीं घरेलू तीर्थयात्रियों हज पैकेज के लिए तीन किश्तों में भुगतान कर सकते हैं.
सऊदी अरब ने बदले वीजा नियम
इसके साथ ही सऊदी अरब ने अपने वीज़ा नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. ये नए नियम 1 फरवरी से भारत सहित 14 देशों के लिए लागू कर दिए गए हैं. जिसके तहत अब हज के लिए सिर्फ एकल-प्रवेश वीजा यानी सिंगल एंट्री वीजा ही मिलेगा. जिसका उद्देश्य बिना हज के सऊदी अरब आने वाले लोगों को रोकना है. बता दें कि सऊदी अरब के लिए बहु-प्रवेश वीजा यानी मल्टी एंट्री वीजा धारक हज के दौरान भी देश में प्रवेश करते हैं. इसके साथ ही वह बिना रजिस्ट्रेशन के हज के लिए भी जा सकते हैं.
इन देशों के नागरिकों पर पड़ेगा असर
सऊदी अरब के नए वीज़ा नियम का असर भारत समेत दुनियाभर के 14 देशों पर पड़ेगा. जिनमें अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन शामिल हैं.