Sawan Shivratri 2025: सावन शिवरात्रि के दिन ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है, जो कि 24 साल पहले बना था. 24 साल पहले बुधवार के दिन सावन शिवरात्रि पड़ी थी और शुक्र ने अपनी मूलत्रिकोण राशि वृषभ में रहकर मालव्य योग बनाया था. इस साल भी ऐसा ही योग बन रहा है. इस बार ये खास योग इन राशियों के जीवन में सकारात्मक और शुभ बदलाव लाने वाले हैं. आइए आपको उन राशियों के बारे में बताते है.
वृषभ राशि
सावन की शिवरात्रि वृषभ राशि वालों के लिए विशेष कृपा से सौभाग्य लेकर आएगी. इस राशि के जातकों के शुक्र आपके लग्न भाव में मालव्य योग बना रहे हैं. इससे आपको जीवन में सफलता के कई अवसर मिलेंगे. मेहनत और लग्न से किए गए काम में सफलता मिलेगी, जिससे की तरक्की के रास्ते खुलेंगे. जीवन में सुख-समृद्धि, धन आदि का लाभ मिलेगा. वाहन-संपत्ति का सुख भी मिल सकता है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए सावन की शिवरात्रि काफी फायदेमंद हैं क्योंकि गज केसरी राजयोग आपके भाग्य में विशेष फायदा लेकर आएगा. यह समय खासकर नौकरीपेशा वालों के लिए बहुत लाभकारी साबित होगा. धन और समृद्धि के साथ ही मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी. इस शुभ समय में किए गए प्रयास सफल होंगे और आपको मनचाहा सम्मान प्राप्त होगा.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सावन शिवरात्रि पर बन रहा मालव्य राजयोग घर और वाहन सुख का योग बन रहा है. वहीं अगर आप किसी लंबे टाइम से किसी खास रिश्ते की प्रतीक्षा कर रहे अविवाहितों को मनचाहा जीवनसाथी मिलने के भी अच्छे योग बन रहे हैं. आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए बहुत फलदायी होगा, आपकी आमदनी में वृद्धि होगी और धन की प्राप्ति के नए स्रोत खुलेंगे.
धनु राशि
धनु राशि वाले जातकों को सावन शिवरात्रि पर बनने वाले गजकेसरी योग का लाभ मिलेगा. इसमें आपको कार्यक्षेत्र में भी उन्नति और उच्च पद की प्राप्ति के अवसर मिलेंगे. वहीं सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में खूब वृद्धि होगी और परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. जिससे मन को शांति और संतोष मिलेगा. साथ ही संतान सुख के भी योग बन रहे हैं, जो आपके जीवन में नई खुशियां लेकर आएंगे.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)