Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की और ट्रंप के बीच हुई बहस के बाद अमेरिका ने यूक्रेन की सैन्य सहायता को रोक दिया. ट्रंप के इस फैसले की यूक्रेनी सरकार ने कड़ी निंदा की है. यूक्रेन के एक शीर्ष आधिकारी ने कहा कि ये कदम कीव को रूस के सामने समर्पण की ओर धकेल सकता है. यूक्रेन की संसदीय विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष ने कहा कि, 'सहायता पर रोक वास्तव में बहुत खराब लग रही है. ऐसा लगता है कि वह कीव को समर्पण की ओर धकेल रहे हैं.'
बता दें कि व्हाइट हाउस के एक अधिकारी द्वारा सोमवार को इसकी घोषणा की. अमेरिका ने ये निर्णय तब लिया है जब ट्रंप यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की पर रूस के साथ शांति वार्ता के लिए दबाव बनाना चाहते हैं. अमेरिका की ओर से अचानक लिए गए इस निर्णय ने कीव और उसके यूरोपीय सहयोगियों को सदमे में डाल दिया है, जिससे रूस से मुकाबला करने यूक्रेन असमर्थ दिखाई दे रहा है.
दोनों देशों के बीच बढ़ रहा तनाव
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप पहले इस सैन्य मदद को रोकने का एलान नहीं किया. यही नहीं उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी इसे लेकर इनकार कर दिया. हालांकि, अचानक से यूक्रेन की सैन्य मदद रोकने की पुष्टि के बाद कीव के अधिकारी परेशान हो गए.
ट्रंप ने दी ज़ेलेंस्की को चेतावनी
व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने ज़ेलेंस्की के प्रति अपनी निराशा व्यक्त करते हुए सुझाव दिया कि यूक्रेनी नेता को अमेरिकी सहायता की अधिक "सराहना" करनी चाहिए. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मॉस्को के साथ युद्धविराम समझौते के बिना, ज़ेलेंस्की "बहुत लंबे समय तक टिक नहीं पाएंगे."
सुरक्षा की गारंटी चाहते हैं जेलेंस्की
बता दें कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की का कहना है कि हम जितनी जल्दी हो सके युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वह सार्थक शांति वार्ता में यूक्रेन के लिए मजबूत सुरक्षा गारंटी को शामिल करना चाहते हैं. ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो बयान में कहा कि, "11 साल पहले यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी की कमी के कारण रूस को क्रीमिया पर कब्ज़ा और डोनबास में युद्ध शुरू करने की अनुमति मिली, फिर सुरक्षा गारंटी की कमी ने रूस को पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने की अनुमति दे दी."