थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तनाव अब हिंसक टकराव में बदल गया है. थाईलैंड की सेना ने पूर्वोत्तर सीमा के कई हिस्सों में मार्शल लॉ लागू कर दिया है. ये फैसला लगातार बढ़ती झड़पों और आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है. अब तक कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 14 थाई नागरिक शामिल हैं. वहीं लाखों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में जा रहे हैं.
क्या है विवाद?
दरअसल, ये विवाद 100 साल से भी पुराना है, जब कंबोडिया फ्रांस के कब्जे में था और पहली बार सीमा की मैपिंग हुई. 817 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा आज भी विवाद का कारण बनी हुई है. मई में दोनों सेनाओं के बीच एक झड़प में कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद हालात और बिगड़ गए थे. इसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए. थाईलैंड ने सीमा बंद कर दी. कंबोडिया ने थाई फिल्मों, फल-सब्जियों और इंटरनेट ट्रैफिक पर बैन लगा दिया.
इस बार ये विवाद कम से कम 12 जगहों पर हिंसक संघर्ष में बदल गया है. ये दोनों देशों के बीच पिछले 10 सालों में सबसे बड़ी सैन्य झड़प मानी जा रही है.
करेंगे सीधी बातचीत
कूटनीति का रास्ता खुला है, लेकिन थाईलैंड ने साफ कहा है कि वो सीधी बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन वो अंतरराष्ट्रीय दखल से बचना चाहता है. अमेरिका, चीन और मलेशिया ने मध्यस्थता की पेशकश की थी, लेकिन थाईलैंड ने इन्हें ठुकरा दिया. हालांकि, उसने ये जरूर कहा कि अगर ASEAN (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन) बातचीत को आगे बढ़ाने में मदद करता है, तो वह स्वीकार्य होगा.
कंबोडिया का नया आरोप
कंबोडिया ने आरोप लगाया है कि थाई सेना ने उनके इलाके में क्लस्टर बम (जो अंतरराष्ट्रीय कानून में बैन हैं) का इस्तेमाल किया है. हालांकि, इस दावे की अभी तक स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है.
थाईलैंड के सिसाकेत और सुरिन प्रांतों से 1.38 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. कंबोडिया के ओद्दर मींचेई प्रांत में भी 4 हजार से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं. सीमा पर लोगों की लंबी कतारें देखी गई हैं, जो अपने सामान के साथ सेना की निगरानी में सरकारी ट्रकों में बैठकर निकल रहे हैं.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच ये ताजा संघर्ष सिर्फ एक सीमा विवाद नहीं है, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. अब देखना होगा कि कूटनीति इस संघर्ष को रोक पाती है या हालात और बिगड़ेंगे.
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