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IPL में मनमर्जी नहीं चला पाएंगे खिलाड़ी, किसी भी कीमत पर करना होगा नियमों का पालन

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि आईपीएल में शामिल होने वाले सभी खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और टीम मालिकों से कह दिया गया कि उन्हें खुद अपनी देखभाल करनी होगी.

Updated on: 21 Aug 2020, 12:42 PM

नई दिल्ली:

भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए बीसीसीआई (BCCI) ने आईपीएल (IPL) के 13वें सीजन का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में करने का फैसला किया था. इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन 19 सितंबर से यूएई में शुरू हो रहा है, जिसका फाइनल मुकाबला 10 नवंबर को खेला जाएगा. इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेने के लिए अब सभी टीमें एक-एक करके यूएई पहुंच रही हैं. गुरुवार को किंग्स 11 पंजाब, राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीमें यूएई पहुंच गईं. शुक्रवार को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स भी यूएई के लिए रवाना हो चुकी हैं. यूएई पहुंचने के बाद टीम के सभी खिलाड़ियों, अन्य सपोर्टिंग स्टाफ और फ्रेंचाइजी मालिकों को करीब 1 हफ्ते के लिए क्वांरटीन में रहना होगा.

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बीसीसीआई ने यूएई में कोरोना वायरस के कम जोखिम को देखकर ही आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन वहां करने का मन बनाया था. लेकिन, अब यूएई में भी कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं, जिसे देखते हुए बीसीसीआई की चिंता बढ़ गई है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि आईपीएल में शामिल होने वाले सभी खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और टीम मालिकों से कह दिया गया कि उन्हें खुद अपनी देखभाल करनी होगी. अधिकारी ने बताया कि सभी खिलाड़ियों और अन्य लोगों को कोविड-19 बायो सिक्योर प्रोटोकॉल को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि वे बिल्कुल भी नहीं चाहते हैं कि किसी की गलती के कारण कोई दूसरा प्रभावित हो.

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अधिकारी ने कहा कि यूएई खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर सभी जरूरी मदद प्रदान करेगा. लेकिन, कोई भी खिलाड़ी या अन्य शख्स अपनी मर्जी से कोई काम नहीं करेंगे. खिलाड़ियों के साथ-साथ टीमों के मालिकों को अपनी मर्जी से यहां-वहां घूमने की इजाजत नहीं है. अधिकारी ने सीधे शब्दों में कहा कि यूएई में भी कोरोना के कोई कम मामले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इतने समय के बाद आईपीएल होने जा रहा है और हर किसी को इसका सम्मान करना होगा और अधिक जिम्मेदार होना होगा.

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चीन से आए कोरोना वायरस के दुनियाभर में 2 करोड़ 28 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इस महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 8 लाख के करीब पहुंच चुका है. यूएई की बात करें तो यहां अभी तक कुल 65 हजार मामले सामने आए हैं और 369 लोगों की मौत हुई है. यूएई में फिलहाल 7 हजार के आसपास एक्टिव केस हैं. भारत की तुलना में देखा जाए तो यूएई के हालात और यहां के हालात में जमीन-आसमान का अंतर है. लेकिन, अनहोनी कभी भी बताकर नहीं होती है इसलिए सभी को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद भी उठानी होगी.

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कोरोना वायरस की वजह से आईपीएल का 13वां सीजन कोविड-19 बायो सिक्योर प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खेला जाएगा. संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी लोगों के लिए सख्त नियम और कानून बनाए गए हैं, जिसका पालन करना अनिवार्य है. नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी टीम का कप्तान हो या फिर वह किसी टीम का मालिक ही क्यों न हो. दुनियाभर में कोहराम मचा रखे कोरोना वायरस को लेकर न तो बीसीसीआई और न ही यूएई किसी भी तरह का कोई रिस्क लेना चाहता है.

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टूर्नामेंट के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना होगा. मैच के दौरान गेंद पर लार लगाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इसके अलावा खिलाड़ियों को स्वीमिंग पूल की सुविधा नहीं मिलेगी. आईपीएल के दौरान यूएई में रहते हुए सभी लोग केवल स्टेडियम और होटल में ही रहेंगे. खिलाड़ियों और अन्य लोगों को बाहर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी. इसके साथ ही कोई भी खिलाड़ी या अन्य शख्स किसी भी बाहरी आदमी से नहीं मिल सकेगा और न ही किसी बाहरी आदमी के साथ सेल्फी ले सकेगा. ड्रेसिंग रूम में भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए एक समय पर सीमित खिलाड़ियों को ही कम खिलाड़ियों को ही वहां रहने की अनुमति मिलेगी. इन सभी के अलावा खिलाड़ियों और अन्य लोगों को समय-समय पर हाथ धोते रहना होगा या फिर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहना होगा, ताकि संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके.