पाकिस्तान (Pakistan) के वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) ने सत्ता संभालते ही देश में जारी भ्रष्टाचार का जिक्र किया था और वादा किया था कि वह दशकों से जड़े जमा चुके भ्रष्टाचार को खत्म कर एक 'नए पाकिस्तान' की इबारत लिखेंगे. यह अलग बात है कि उनके कार्यकाल के दो साल पूरा होते-होते उनकी ही सरकार के कई मंत्रियों और सेना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के नाम करप्शन (Corruption) मामले से घिरने लगे. स्थिति यह आ गई है कि उनके विश्वासपात्र जनरल असीम सलीम बाजवा (Asim Bajwa) को अरबों रुपये के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद अंतत: पीएम के सलाहकार पद से इस्तीफा देना पड़ा है.
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4 देशों में 99 कंपनियां और 133 रेस्त्रां
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना और चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जनरल बाजवा पर अरबों रुपये की दौलत बनाने का आरोप लगा है. बाजवा ने अभी करीब 60 अरब डॉलर के सीपीईसी परियोजना के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है. जनरल बाजवा पर चार देशों में 99 कंपनियां और 133 पापा जॉन पिज्जा के रेस्त्रां बनाने का आरोप है. बाजवा ने पहले इस भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार को धमकाने की कोशिश की थी लेकिन अंतत: चौतरफा दबाव के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
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खुलासा करने वाले पत्रकार को जान से मारने की धमकी
इससे पहले मीडिया में बाजवा के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने इमरान खान से अपने पिता की तरह से असीम बाजवा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. माना जा रहा है कि मीडिया में खुलासे और मरियम के जोरदार दबाव के बाद इमरान खान को मजबूरन पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के बेहद करीबी असीम बाजवा को इस्तीफा देने के लिए कहना पड़ा है. इससे पहले इस भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार अहमद नूरानी ने पिछले दिनों ट्वीट कर कहा था कि पिछले कुछ घंटों में मुझे 100 से ज्यादा मैसेज आए हैं जिसमें मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है.
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सीपीईसी के अध्यक्ष भी हैं बाजवा
पाकिस्तानी सेना के जनरल किस तरह से अपने देश को बेच खाने में लगे हैं, इसका एक ताजा उदाहरण असीम सलीम बाजवा हैं. बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता थे और बाद में रिटायर होने पर चीन से करीबी को देखते हुए सीपीईसी के चेयरमैन बना दिए गए. बाजवा के परिवार ने उनके सेना में रहने के दौरान और उसके बाद अब तक 99 कंपनियां और 133 रेस्टोरेंट बना लिए हैं. फैक्ट फोकस की रिपोर्ट के मुताबिक बाजवा और उनके परिवार का यह आर्थिक साम्राज्य 4 देशों में फैला हुआ है. फैक्ट फोकस वेबसाइट ने जब यह बड़ा खुलासा किया तो कुछ देर के लिए उनकी वेबसाइट ही हैक हो गई. हालांकि बाद में उसे ठीक कर लिया गया.
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सेना में रहते हुए फैलाया कारोबार
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे सेना में असीम बाजवा का कद बढ़ता गया, उनके परिवार का व्यापार बढ़ता गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि जनरल असीम ने अपनी शपथ में कहा था कि उनकी पत्नी का पाकिस्तान के बाहर को कोई बिजनस नहीं है लेकिन असलियत ठीक इसके उलट है. बाजवा इस समय सीपीईसी के चेयरमैन है जिसके तहत चीन अरबों डॉलर का निवेश पाकिस्तान में कर रहा है. यही नहीं जनरल असीम पाक पीएम इमरान खान के विशेष सहायक हैं. असीम बाजवा के छोटे भाइयों ने 2002 में पहली बार पापा जॉन पिज्जा रेस्त्रां खोला था. इसी साल जनरल असीम तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ के पास लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में तैनात थे.
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अरबों की संपत्ति बनाई
असीम बाजवा के भाई नदीम बाजवा ने पिज्जा रेस्त्रां में डिलिवरी ड्राइवर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. आज के समय में उनके भाईयों तथा असीम बाजवा की पत्नी 99 कंपनियों के मालिक हैं. इनके पास पिज्जा कंपनी के 133 रेस्त्रां हैं जिनकी कीमत करीब 4 करोड़ डॉलर है. इन 99 कंपनियों में 66 मुख्य कंपनियां हैं और 33 ब्रांच कंपनी. बाजवा के परिवार ने 5 करोड़ 22 लाख डॉलर अपने बिजनस को विकसित करने में खर्च किया और एक करोड़ 45 लाख डॉलर अमेरिका में संपत्ति खरीदने में. यह स्थिति तब है जब खुद बाजवा अपने देश में निवेश करने के लिए विदेशों में बसे पाकिस्तानियों से अपील कर रहे हैं.