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कोरोना वायरस लैब में किया गया पैदा! अमेरिकी सर्वे में आया सामने, पढ़ें पूरी खबर

अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर ने कोरोना वायरस को लेकर एक रिसर्च किया. जिसमें यह जानने की कोशिश की गई कि कोरोना वायरस लैब से आया है या फिर प्राकृति की देन है.

Updated on: 14 Apr 2020, 04:56 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में तबाही का मंजर पैदा कर दिया है. हजारों लोग इसकी चपेट में आने से इस दुनिया को छोड़कर चले गए. वहीं लाखों लोग इससे प्रभावित है. सवाल यह है कि कोरोना वायरस कहां से फैला? क्या यह प्राकृतिक रूप से फैला है या फिर इसे लैब में तैयार किया गया?

कई लोगों का मानना है कि कोरोना वायरस के पीछे बड़ी साजिश है. इसे लैब में पैदा किया गया है.वहीं ब्रिटेन में तो लोग कोरोना वायरस और 5 G वायरलेस तकनीक से जोड़कर देख रहे हैं. यहां लगभग एक तिहाई से ज्यादा लोग इसपर विश्वास कर रहे हैं. इसे खारिज नहीं कर रहे हैं.

वहीं कोई कह रहा है कि यह चीन की करतूत है. वहां के लैब में इसे बनाया जा गया है तो कोई रिपोर्ट ये कह रहे हैं कि अमेरिका को इस वायरस के बारे में जानकारी थी. वो चीन को फंडिंग कर रहा था.

अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर ने  किया सर्वे 

सच्चाई क्या है इसका पता तो नहीं चल पाया है लेकिन अमेरिका (America) के प्यू रिसर्च सेंटर ने कोरोना वायरस को लेकर एक रिसर्च किया. जिसमें यह जानने की कोशिश की गई कि कोरोना वायरस लैब से आया है या फिर प्राकृति की देन है.

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इस सर्वे में शामिल एक तिहाई अमेरिकियों का मानना है कि कोरोना वायरस को लैब में पैदा किया गया है. कुछ लोगों ने इसे बनाया है.

चार प्रश्नों के जरिए कोरोना की सच्चाई खोजने की हुई कोशिश 

8914 लोगों के साथ किए गए इस सर्वे में चार प्रश्न शामिल किए गए थे. पहला क्या कोरोना वायरस स्वाभाविक तरीके से आया था? दूसरा प्रश्न क्या इसे लैब में बनाया गया? तीसरा प्रश्न क्या वायरस लैब में गलती से बन गया था? चौथा और अंतिम प्रश्न क्या वायरस जिंदा है या नहीं?

10 में से हर तीसरे व्यक्ति ने माना कोरोना लैब की देन

सर्वे में जो चीज निकल कर सामने आई वो हैरान करने वाली थी. 10 में हर तीसरे व्यक्ति का मानना था कि इसे लैब में बनाया गया है.  43 प्रतिशत लोगों का मानना था कि कोविद-19 प्राकृतिक तरीके से आया है. वहीं 23 प्रतिशत लोगों का मानना था कि यह वायरस लैब में जानबूझकर बनाया गया था. वहीं महज एक फीसदी लोगों का मानना था कि यह वायरस जिंदा नहीं है.

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इसके साथ ही इस सर्वे में यह भी सामने आया है कि वयस्कों की तुलना में युवा वर्ग का मानना था कि कोरोना वायरस साजिश का नतीजा है.

पूरी दुनिया में कोरोना बरपा रहा है कहर

बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से 1,936,697 जनसंख्या प्रभावित है. वहीं 120,567 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 458,989 लोग ठीक हो चुके हैं. अमेरिका में 587,173 लोग कोरोना पॉजिटिव है. जबकि 23,644 लोगों की मौत हो चुकी हैं. स्पेन, इटली, फ्रांस , जर्मनी भी कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इन देशों ने अपने हजारों नागरिक को हमेशा के लिए खो दिए हैं.