Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में हर दिन देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए संगम रेलवे स्टेशन को पहले ही 28 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है. इसके बाद प्रयागराज जंक्शन पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इस बीच सोमवार रात करीब साढ़े दस बजे प्रयागराज जंक्शन पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. जिसके बाद स्टेशन पर यात्रियों के प्रवेश को रोकना पड़ा. रेलवे प्रशासन ने स्टेशन के सभी गेट को बंद कर दिया. जिससे करीब आधे घंटे पर प्रयागराज जंक्शन पर अफरातफरी का माहौल रहा.
शहर की ओर से अचानक बढ़ने लगी भीड़
जानकारी के मुताबिक, रात करीब 10 बजे प्रयागराज जंक्शन पर शहर की ओर से संगम में स्नान कर लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी. आधे घंटे के भीतर ही स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. भीड़ को बढ़ता देख रेलवे प्रशासन ने जंक्शन पर श्रद्धालुओं के प्रवेश को रोक दिया. जिससे कोई अप्रिय घटना न हो पाए. इसके बाद लोगों ने सड़क पर खड़े होकर शोरशराबा करना शुरू कर दिया. उसके बाद जंक्शन पहुंचे यात्रियों को स्पेशल ट्रेन में बैठाना शुरू किया गया. तब कहीं जाकर हालात सामान्य हुए. हालांकि इस दौरान करीब 30 मिनट तक किसी भी श्रद्धालु को रेलवे स्टेशन पर प्रवेश नहीं करने दिया गया.
खुसरो बाग की ओर भेजने पड़े श्रद्धालु
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से प्रयागराज जंक्शन पर काफी देर अफरातफरी का माहौल रहा. स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस और रेलवे प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए श्रद्धालुओं को खुसरो बाग की ओर डायवर्ट कर दिया. इस दौरान खुसरो बाग में भी मैसेज आया कि अभी कुछ देर किसी भी यात्री को बाहर न निकलने दिया जाए. इस दौरान जंक्शन के बाहर और खुसरोबाग पर लगातार एनाउंसमेंट किया गया और यात्रियों को धैर्य बनाए रखने को कहा गया.
पांच प्लेटफॉर्म से चलानी पड़ी ट्रेनें
यात्रियों को भीड़ को देखते हुए रेलवे को प्रयागराज जंक्शन के पांच स्टेशनों से ट्रेनें चलानी पड़ी. उसके बाद यात्रियों को उनके गंतव्य तक जाने वाली ट्रेन में बैठाया गया. प्लेटफार्म संख्या एक से लेकर पांच तक बारी-बारी से आधा दर्जन ट्रेनें चलाकर श्रद्धालुओं को पंडित दीन दयाल उपाध्याय, कानपुर और मानिकपुर रूट की ओर भेजा गया.
54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु लगा चुके हैं संगम में डुबकी
बता दें कि 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ के दौरान संगम में अब तक 54.31 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबली लगा चुके हैं. इनमें सिर्फ सोमवार (17 फरवरी) को ही 1.35 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया.