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Good News: दिल्ली सरकार ने 66 निजी शराब की दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दी

दिल्ली (Delhi) सरकार के आबकारी विभाग ने शनिवार से राष्ट्रीय राजधानी में 66 निजी शराब (Wine Shops) की दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन दुकान मालिकों को ऑड-ईवन (Odd-Even) नियम का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है.

Updated on: 23 May 2020, 02:00 PM

highlights

  • 66 निजी शराब की दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति मिली.
  • कोरोना लॉकडाउन के नियमों का करना होगा कड़ाई से पालन.
  • कंटेनमेंट जोन में नहीं खुलेगी कोई भी शराब की दुकान.

नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) सरकार के आबकारी विभाग ने शनिवार से राष्ट्रीय राजधानी में 66 निजी शराब (Wine Shops) की दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन दुकान मालिकों को ऑड-ईवन (Odd-Even) नियम का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है. विभाग के अनुसार, दुकानें वैकल्पिक दिनों में सुबह 9 बजे से शाम 6.30 बजे के बीच खुल सकती हैं. एल-7 / एल-9 दुकानों को केवल कुछ शर्तों के तहत फिर से बिक्री शुरू करने की अनुमति दी गई थी. विभाग ने दुकान के मालिकों को कोविड -19 (COVID-19) प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय निर्देशों का सख्ती से पालन करने और दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन के समन्वय में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में गार्ड की तैनाती, उचित बैरिकेडिंग, मार्किंग सहित सभी संभव उपाय करने को कहा है.

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तमाम शर्तों के साथ खोलेंगे दुकानें
आबकारी विभाग ने शुक्रवार को कहा, 'वे प्रतिदिन कुल बिक्री पर 70 प्रतिशत विशेष कोरोना शुल्क जमा करेंगे, जो उनके वेंडर-आईडी से जुड़े उनके खाता बही खाते से काट लिया जाएगा.। इसलिए, उन्हें अपने खाता बही खाते में अपेक्षित शेष राशि को बनाए रखना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'किसी भी गैर-स्कैन की गई बिक्री के मामले में बनी एमएसआर गैप को स्टॉक के रूप में माना जाएगा और 70 प्रतिशत विशेष कोरोना शुल्क लगाया जाएगा और उसी पर देय होगा.' विभाग ने आगे कहा कि जिन दुकानों को संचालित करने की अनुमति दी गई है, यदि वे भविष्य में कंटेनमेंट क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं तो उसे तुरंत बंद कर दिया जाएगा.

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केंटनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ी
कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर शुक्रवार को दिल्ली में और 13 कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कंटेनमेंट जोन की संख्या 92 हो गई. राष्ट्रीय राजधानी में बीते चार दिनों के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2,200 से ज्यादा हो गई है. दिल्ली सरकार द्वारा साझा किए गए ब्योरे के मुताबिक, अब तक 34 जोन कंटेनमेंट जोन के दायरे से बाहर किए गए हैं. इसके बाद 79 कंटेनमेंट जोन बचे थे, जिनमें शुक्रवार को और 13 जोन जुड़ जाने से कुल संख्या 92 तक पहुंच गई. इस बीच कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 208 हो गई है और कुल मामले बढ़कर 12,319 हो गए हैं.

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पूर्वी-उत्तरी जिले में सबसे ज्यादा जोन
ब्योरे के अनुसार, घोषित छह नए जोन दक्षिण-पश्चिमी जिले में और पांच उत्तरी जिले में हैं. पूर्वी और उत्तरी जिले में सबसे ज्यादा 17 कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं. दक्षिणी-पश्चिमी जिले में 10 रेड जोन हैं, जबकि उत्तर-पश्चिम और मध्य जिले में आठ-आठ रेड जोन हैं. इस बीच दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 208 पहुंच गई है, जबकि इस संक्रमण के 660 और मामले सामने आए हैं, जो एक दिन में अब तक सबसे ज्यादा हैं. इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा मामले 21 मई को रिकॉर्ड किए गए थे, तब 571 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. दिल्ली में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक दिन में कोविड-19 के 600 से अधिक मामले सामने आए हैं. बृहस्पतिवार को लगातार तीसरा दिन था, जब राष्ट्रीय राजधानी में एक दिन में 500 या अधिक नए मामले दर्ज किए गए.

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कोरोना संक्रमण से मृतक संख्या 208
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 208 हो गई है और कुल मामले बढ़कर 12,319 हो गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अब तक 5,897 मरीज ठीक हो गए हैं, या वे कहीं और चले गए हैं जबकि 6,214 मरीजों का इलाज चल रहा है. बृहस्पतिवार तक संक्रमितों की संख्या 11,659 थी और 194 लोगों की मौत हुई थी. कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या कम बताने पर आलोचना का सामना कर रही दिल्ली सरकार ने कोरोना वारयस से होने वाली मौतों की रिपोर्ट करने के लिए अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी. पूरे देश के हिसाब से दिल्ली में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात के बाद इस महामारी के सर्वाधिक मामले सामने आये हैं.