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Alert: 12 दिनों में दोगुने हो रहे कोरोना संक्रमित, WHO की सलाह ये राज्य न दें लॉकडाउन में छूट

अगर आंकड़ों की मानें तो देश में कोरोना मामलों के दोगुने होने की दर लगभग 12 दिन की है. इन केसों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने देश के सात राज्यों में जारी लॉकडाउन (Lockdown) में छूट नहीं देने की सलाह दी है.

Updated on: 23 May 2020, 12:45 PM

highlights

  • देश में कोरोना मामलों के दोगुने होने की दर लगभग 12 दिन.
  • सात राज्यों में कोरोना संक्रमित मिलने की रफ्तार काफी तेज.
  • डब्ल्यूएचओ ने दी लॉकडाउन में कोई ढील नहीं देने की सलाह.

नई दिल्ली:

अगर आंकड़ों की मानें तो देश में कोरोना मामलों के दोगुने होने की दर लगभग 12 दिन की है. इसमें भी सात राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. इसकी वजह से बीते 24 घंटों में कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड 6654 मरीजों की वृद्धि देखने में आई. इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सवा लाख के पार हो गई है, तो 137 मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा भी 3,720 पहुंच चुका है. इन केसों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने देश के सात राज्यों में जारी लॉकडाउन (Lockdown) में छूट नहीं देने की सलाह दी है. इस सलाह के तहत डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जिन राज्यों में पांच फीसदी से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, वहां पूरी सख्ती के साथ लॉकडाउन जारी रहना चाहिए.

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12 दिनों में हो रहे कोविड-19 संक्रमण के मामले दोगुने
आंकड़ों की ही भाषा में बात करते हैं तो राष्ट्रीय स्तर पर देश में 12 दिनों में कोरोना केस दोगुने हो रहे हैं. कोविड-19 संक्रमण के मामलों में देश को 6000 से 12000 के आकड़ें तक पहुंचने में महज़ 7 दिनों का समय लगा. दरसल 10 अप्रैल को देश में कोरोना के 6412 मामले थे जो 16 अप्रैल को बढ़कर 12,380 हो गए. वही ठीक 9 दिनों में यानि 25 अप्रैल को में ये मामले बढ़कर दोगुने 24,506 हो गए. इसके 12 दिनों बाद 7 मई को देश में कोरोना के मरीज बढ़कर 52,952 हो गए और एक बार फिर से 12 दिनों के बाद 19 मई को देश में कोरोना के मरीज बढ़कर 1,01,139 हो गए. ऐसे में देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने हर किसी को चिंता में डाल दिया है. इस चिंता से विश्व स्वास्थ्य संगठन भी अछूता नहीं बचा है, जिसने भारत के सात राज्यों में लॉकडाउन में छूट न देने की सलाह दी है.

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5 फीसदी से अधिक मरीजों वाले राज्यों में जारी रहे प्रतिबंध
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना, चंडीगढ़, तमिलनाडु और ​बिहार में पिछले दो सप्ताह के दौरान जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है उसके बाद से यहां पर लॉकडाउन का प्रतिबंध जारी रखने की जरूरत है. डब्ल्यूएचओ ने सलाह दी है कि जिन राज्यों में 5 प्रतिशत से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं वहां पर लॉकडाउन की सख्ती जारी रहनी चाहिए. हालांकि डब्ल्यूएचओ की सलाह पूरे राज्य पर लागू नहीं होती क्योंकि राज्यों के कुछ जिले ही कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. राज्यों के हॉटस्पॉट इलाकों में लॉकडाउन की सख्ती जा सकती है. लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बावजूद डब्ल्यूएचओ की ओर से एक संकेत दिया जाता है जिसमें राज्यों को बताया जाता है कि कहां संक्रमण ज्यादा फैल सकता है और उसे किस तरह से कम किया जा सकता है.

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21 प्रतिशत राज्यों से ही हट सकता है लॉकडाउन
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा इसी तरह के एक अध्ययन में पाया गया कि अमेरिका में केवल 50 प्रतिशत राज्यों से ही लॉकडाउन को हटाया जा सकता है. इसी तरह भारत के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 21 प्रतिशत इसी श्रेणी में आते हैं. पिछले 7 मई के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 18%, गुजरात में 9%, दिल्ली में 7%, तेलंगाना में 7%, चंडीगढ़ में 6%, तमिलनाडु में 5% और बिहार में 5% कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए हैं. ये सभी राज्यों में डब्ल्यूएचओ के मानक से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं.