Maha Kumbh 2025: आस्था का महाकुंभ 2025 यूपी के प्रयागराज में चल रहा है. देश-विदेश से आए अबतक करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं. उन्होंंने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगातर खुद को तृप्त किया. कुछ लोगों को महाकुंभ में पावन स्नान के बाद प्रभु की भक्ति की ओर रूझान बढ़ा और उन्होंने सांसारिक जीवन त्यागने का फैसला लिया. यह निर्णय लेने वालों में अधिकतर महिलाएं हैं, जिन्होंने संन्यास की दीक्षा ली है.
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7 हजार महिलाओं ने ली दीक्षा
महाकुंभ के दौरान अभी तक 7 हजार से अधिक महिलाओं ने संन्यास की दीक्षा ली है. इस बात की पुष्टि यूपी सरकार ने एक बयान में की है. एक एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूपी सरकार ने एक बयान में कहा है कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए चल रहे महाकुंभ के दौरान विभिन्न अखाड़ों में 7 हजार से अधिक महिलाओं ने संन्यास की दीक्षा ली है. महिलाओं का इतनी बड़ी संख्या में संन्यास की दीक्षा लेना हैरान करता है.
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किन अखाड़ों में महिलाओं ने ली दीक्षा
आधिकारिक बयान में उन अखाड़ों के बारे में भी बताया है जहां इन महिलाओं ने सन्यास की दीक्षा ली. बयान के अनुसार, जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, श्री पंचदशनाम आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरि और वैष्णव संतों के धर्माचार्यों के नेतृत्व में सनातन की रक्षा के लिए शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या अधिक थी. सभी प्रमुख अखाड़ों में 7,000 से अधिक महिलाओं ने गुरु दीक्षा ली और सनातन की सेवा करने का संकल्प लिया.
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