/newsnation/media/media_files/2025/12/23/rajasthan-government-2025-12-23-14-27-51.jpg)
Rajasthan News: मकर संक्रांति के पावन त्योहार को सुरक्षित और संवेदनशील ढंग से मनाने के उद्देश्य से राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पतंगबाजी को लेकर एक जरूरी एडवायजरी जारी की है. इसके तहत शासन सचिव, पशुपालन, गोपालन एवं मत्स्य विभाग ने नायलॉन एवं सिंथेटिक सामग्री से बने चाइनीज मांझे के अवैध उपयोग पर चिंता जताते हुए राज्य के सभी जिलों को सतर्क किया है.
पशु-पक्षियों को सुरक्षित रखने का प्रयास
शासन सचिव ने बताया कि प्रदेश में चाइनीज मांझे पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद इसके अवैध इस्तेमाल से हर साल बड़ी संख्या में पक्षियों, पशुओं और आम नागरिकों को गंभीर चोटें लगती हैं. वहीं, कई मामलों में उनकी मौत तक हो जाती है. विशेषकर, मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी में कांच अथवा लोहे के चूर्ण वाले नायलॉन के मांझे ज्यादा जानलेवा साबित होते हैं.
जारी हुई नई एडवाइजरी
राज्य सरकार ने अपनी एडवायजरी में स्पष्ट किया है कि पतंगबाजी के लिए सिर्फ सूती के धागे का ही उपयोग किया जाए. सिंथेटिक या नायलॉन के मांझे न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं बल्कि यह पक्षियों के पंख, गले और पैरों में फंसकर उन्हें उड़ने में अक्षम कर देते हैं. कई बार गाय, कुत्ते जैसे पशु भी इसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं.
शासन सचिव, पशुपालन, गोपालन एवं मत्स्य ने चाइनीज मांझे (नायलॉन/सिंथेटिक पतंग डोर) के उपयोग पर, पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद इसके अवैध उपयोग से पशु-पक्षियों को हो रही गंभीर चोटों एवं मृत्यु की घटनाओं को अत्यंत चिंताजनक बताते हुए, प्रदेश के जिलों को एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा कि… pic.twitter.com/oexnltzS4w
— Government of Rajasthan (@RajGovOfficial) December 22, 2025
जिला प्रशासन को जारी निर्देश
राजस्थान सरकार ने जिला प्रशासन, नगर निकायों और पुलिस बल को भी निर्देश दिए हैं कि प्रतिबंधित मांझे की बिक्री, भंडारण और उपयोग पर कड़ी निगरानी रखी जाए तथा उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. साथ ही, पशु-पक्षियों के उपचार के लिए पशु चिकित्सालयों और रेस्क्यू टीमों को भी मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर अलर्ट मोड पर रहने के ऑर्डर दिए गए हैं.
पर्यावरण को सुरक्षित रखने का भी प्रयास
राजस्थान सरकार की यह पहल न सिर्फ कानून के प्रभावी क्रियान्वयन का उदाहरण है बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं और पर्यावरण संरक्षण के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है. सरकार ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे त्योहार को जिम्मेदारी के साथ मनाएं और सुरक्षित तरीके से पतंगबाजी करें.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us