Prashant Kishor on hunger strike: बिहार में बीपीएससी एग्जाग का मुद्दा गरमाता जा रहा है. जन सुराज के फाउंडर प्रशांत किशोर ने आज यानी गुरुवार को इस मसले पर आमरण अनशन शुरू किया है. उन्होंने पटना के गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा की नीचे आमरण अनशन शुरू किया है. प्रशांत किशार की मांग है कि बीपीएसपी परीक्षा को रद्द किया जाएगा. बता दें कि 70वीं बीपीएससी एग्जाम में गड़बड़ियां होने के आरोप लग रहे हैं. वहीं, बीपीएससी अभ्यर्थी भी काफी दिनों से परीक्षा कैंसल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
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'जब तक न्याय नहीं, तब तक करेंगे धरना'
प्रशांत किशोर गांधी मैदान में उस जगह पर आमरण अनशन पर बैठे हैं, जहां से कुछ किलोमीटर दूर बीपीएससी अभ्यर्थी लगभग दो सप्ताह से चौबीसों घंटे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीपीएसपी एग्जाम विवाद पर प्रशांत किशार ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि, 'हम सभी अपने युवाओं का समर्थन करने के लिए यहां हैं. हम तब तक अपना धरना बंद नहीं करेंगे, जब तक हमें उनके लिए न्याय नहीं मिल जाता.'
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प्रशांत का 48 घंटे का अल्टीमेटम
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उनका कहना है कि बीपीएसपी परीक्षा को कैंसल किया जाएगा. गांधी मैदान में जहां प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे हैं, वहां बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई. वे सभी बिहार सरकार और बीपीएससी के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं. बता दें कि प्रशांत किशोर ने ये आमरण अनशन बीपीएससी अभ्यर्थियों को न्याय दिलवाने के लिए किया है.
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क्या हैं प्रशांत किशोर की मांगें
प्रशांत किशार की मांग है कि बीपीएससी एग्जाम को रद्द किया जाए और नए सिरे परीक्षा को आयोजित कराया जाए. साथ ही उन्होंने मांग की कि उन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षाओं की ओर से भरे जाने वाले पदों को खरीद-फरोख्त के लिए रखा है. किशोर ने कहा कि वह ‘48 घंटे’ तक इंतजार करेंगे और अगर नीतीश सरकार 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं पर कोई कार्रवाई करने में विफल रही, तो आंदोलन तेज हो जाएगा.
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