बिहार सरकार (Bihar Government) के लिए जहां तबलीगी जमात से लौटे लोगों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती बन गई है तो वहीं कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से लड़ने के लिए राज्य में संसाधनों की काफी कमी है. अस्पतालों में मरीजों ही नहीं, बल्कि खुद डॉक्टरों के पास भी अपने बचाव के लिए मास्क जैसे जरूरी चीजें नहीं हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार (Central Government) से 5 लाख मास्क और किट की मांग की थी, मगर उसे केंद्र से न के बराबर ही सामान दिया गया है.
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बिहार के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि हम लोग ने 5 लाख मास्क और किट मांगे थे, जिसमें से मात्र 4 हजार किट और मास्क मिले हैं. उन्होंने कहा कि मास्क और किट के लिए बिहार सरकार रिमांड डाला है. बता दें कि बिहार में डॉक्टर्स पहले ही सुरक्षा उपकरणों (पीपीई किट, एन 95 मास्क और ग्लव्स) के अभाव में सेवा देने में असमर्थता जता चुके हैं.
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गौरतलब है कि बिहार में शनिवार तक कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई. अबतक मुंगेर जिला में 7, सिवान में 6, पटना और गया में में 5-5, गोपालगंज में 3, नालंदा में 2, लखीसराय, बेगूसराय, सारण और भागलपुर में एक-एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. मुंगेर के रहने वाले एक वायरस संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चार लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. बिहार में अबतक तक कोरोना वायरस के 2292 संदिग्ध नमूने की जांच की जा चुकी है.
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