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Mauni Amavasya 2021: मौनी अमावस्या पर लग रही आस्था की डुबकी, हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा

उत्तर प्रदेश में मौनी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. गुरुवार भोर से ही पवित्र नदियों के तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है.

Updated on: 11 Feb 2021, 12:30 PM

highlights

  • मौनी अमावस्या पर लग रही आस्था की डुबकी
  • नदियों के तट पर आस्था का सैलाब उमड़ा
  • हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में मौनी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. गुरुवार भोर से ही पवित्र नदियों के तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. संगम नगरी प्रयागराज हो, बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी या फिर प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या, हर जगह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने और स्नान के साथ दान-पुण्य करने का सिलसिला बना हुआ है. प्रदेश सरकार ने मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में संगम के साथ माघ मेला स्थल पर हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा भी कराई है. गुरुवार को मौनी अमावस्या पर प्रदेश में नदियों के किनारे घाटों पर लोग पुण्य डुबकी लगा रहे हैं. दिन में दस बजे तक लाखों लोगों ने पुण्य की डुबकी लगा ली है.

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अमावस्या पर प्रयागराज के साथ ही हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तथा फरूर्खाबाद में कल्पवास कर रहे लोग तड़के ही गंगा नदी में डुबकी लगा लेते हैं. इसके साथ ही वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर व कानपुर में भी लोग स्नान कर रहे हैं. प्रयागराज में विभिन्न अखाड़े अपनी परम्परा के अनुसार तड़के स्नान करते हैं. इसके साथ ही कल्पवास कर रहे लोग भी पुण्य की डुबकी लगाते हैं. प्रयागराज के माघ मेले के तीसरे और सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर संगम तथा मेला क्षेत्र में अन्य गंगा घाटों पर जमकर पुण्य की डुबकी लग रही है. यहां स्नानार्थी पूरी आस्था के साथ पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं.

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वाराणसी में भी गंगा के घाटों पर स्नान के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान गंगा घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग की कमी दिखाई दी. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पावन गंगा में डुबकी लगाई. गंगा स्नान से पहले श्रद्धालुओं ने संकल्प लिया, फिर गंगा में डुबकी लगाकर सूर्य को अघ्र्य दिया. प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में भी मौनी अमावस्या के मौके पर सरयू नदी के तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा.

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पंडितों के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन सुबह से मौन व्रत रखा जाता है. ध्यान चिंतन आदि करना चाहिए. मौनी अमावस्या का अपना खास महत्व है. मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी तट पर देवताओं का वास रहता है. धर्म नगरी वाराणसी में भी मौनी अमावस्या पर दशाश्वमेध सहित विभिन्न घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालु उमड़े हैं. यहां पर हर घाट पर सुरक्षा के भी बेहद कड़े इंतजाम हैं. हर घाट पर पुलिस की नौका तैनात है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि मौनी अमावस्या का पावन अवसर है. सभी को पवित्र संगम में स्नान का पुण्य लाभ हो. सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों. सभी कल्पवासियों की साधना सुगमता से पूर्ण हो. लोक आस्था के महापर्व मौनी अमावस्या की सभी श्रद्धालुओं व प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. व्रत एवं दान की महत्ता को प्रकट करता यह पावन पर्व सभी के लिए मंगलकारी हो. प्रभु श्री राम की कृपा से समस्त प्राणियों के जीवन में सुख-शांति एवं समृद्धि का वास हो.