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Acharya balkrishna Photograph: (Social)
Acharya Balkrishna Tips: अक्सर बचपन से ही हम सुनते आए हैं कि जब हिचकी आती है तो इसका मतलब होता है कि कोई हमें याद कर रहा है. तभी हम अंदाजा लगाने लगते हैं कि आखिर वह कौन हो सकता है. लेकिन सच यह है कि हिचकी का किसी की याद से कोई संबंध नहीं है. यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसके पीछे वैज्ञानिक कारण मौजूद हैं.
हिचकी क्यों आती है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, हिचकी का सीधा संबंध सांस और डायाफ्राम से होता है. डायाफ्राम की अचानक और बार-बार होने वाली ऐंठन के कारण हिचकी आती है. जब यह ऐंठन वोकल कॉर्ड्स को प्रभावित करती है तो 'हिक' जैसी आवाज निकलती है.
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तेजी से खाना या पानी पीना, ज्यादा मसालेदार या गर्म भोजन, अपच, शराब और फिजी ड्रिंक का सेवन, सिगरेट पीना, तनाव, यहां तक कि गर्भावस्था भी हिचकी आने की वजह बन सकती है. इसके अलावा बुरी गंध और अचानक पेट पर दबाव पड़ने से भी यह समस्या हो सकती है.
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हिचकी रोकने के घरेलू उपाय
आमतौर पर लोग पानी पीकर हिचकी रोकने की कोशिश करते हैं. आयुर्वेदाचार्य बालकृष्ण ने हिचकी रोकने का एक सरल देसी नुस्खा बताया है.
ये है सामग्री
एक गिलास छाछ
एक चौथाई चम्मच सोंठ पाउडर
विधि
हिचकी आने पर छाछ में सोंठ पाउडर डालकर अच्छी तरह मिक्स करें और तुरंत पी लें. इससे राहत मिलती है और हिचकी रुक जाती है. हिचकी किसी के याद करने से नहीं, बल्कि शरीर की सामान्य क्रिया और खानपान की आदतों के कारण आती है. हालांकि, यह अधिकतर हानिकारक नहीं होती, लेकिन अगर लंबे समय तक लगातार हिचकी आती रहे तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
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