Ramalingam Murder Case: तमिलनाडु के रामलिंगम हत्याकांड में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. NIA ने आज यानी शनिवार देर रात दो आरोपियों को अरेस्ट किया है. दोनों आरोपी प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जुड़े हुए बताए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अब्दुल मजीथ और शाहुल हमीद के रूप में सामने आई है. दोनों तमिलनाडु के तंजावुर जिले के रहने वाले हैं और काफी दिनों से फरार चल रहे थे.
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क्या है रामलिंगम मर्डर केस
एक रिपोर्ट के अनुसार, बात 5 फरवरी 2019 की है, तमिलनाडु के तंजावुर में रामलिंगम नाम से शख्स की हत्या कर दी गई थी. इस मर्डर केस में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों का नाम आया था. अब सवाल ये है कि रामलिंगम की हत्या क्यों की गई थी. चलिए हम इसके बारे में बताते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इलाके में कुछ लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा था, रामलिंगम ने इसका विरोध किया तो PFI के सदस्यों ने उसकी हत्या कर दी थी.
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मामले में NIA कर रही है जांच
चूंकि मामला प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़ा हुआ है, इसलिए मामले की जांच NIA कर रही है. NIA ने अगस्त 2019 में 18 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. NIA ने फरार आरोपियों की गिफ्तारी मेें मदद के लिए 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है. आरोपियों को पकड़ने के लिए NIA ने कई इलाकों में छापेमारी भी की है. अब उसके हाथ दो आरोपी हाथ लगे हैं.
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