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सोनिया गांधी का बिहार के वोटरों के नाम संदेश- अब बदलाव की बयार है

बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को होने वाले मतदान से ठीक एक पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार की जनता के नाम संदेश दिया है.

Updated on: 27 Oct 2020, 11:08 AM

नई दिल्ली:

बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को होने वाले मतदान से ठीक एक पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार की जनता के नाम संदेश दिया है. सोनिया गांधी ने कहा है कि दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं, इसलिए बंदी सरकार के खिलाफ एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है. अब बदलाव की बयार है. मंगलवार सुबह बिहार के वोटरों ने नाम एक संदेश में सोनिया गांधी ने महागठबंधन को जिताने की अपील की है. इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने सूबे की मौजूदा नीतीश सरकार पर निशाना भी साधा है. सोनिया गांधी के इस संदेश को राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से जारी किया है.

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अपने संदेश में सोनिया गांधी ने कहा है, 'आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रस्ते से अलग हट गई है. न उनकी करनी अच्छी है और न उनकी कथनी. मजदूर आज मजबूर है और किसान आज परेशान है. नौजवान आज निराश है. अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति आज लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है. धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट है.' उन्होंने कहा है, 'दलितों और महादलितों को बेहाली की कगार पर लाकर छोड़ दिया गया है. समाज के पिछड़े वर्ग भी इसी बदहाली के शिकार हैं.'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बिहार की जनता की आवाज कांग्रेस महागठबंधन के साथ है और यही है आज बिहार की पुकार. अपने संदेश में उन्होंने कहा, 'दिल्ली और बिहार की सरकारें 'बंदी सरकारें' हैं. नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापारबंदी, आर्थिकबंदी, खेत-खलिहान बंदी, रोटी-रोजगार बंदी. इसीलिए बंदी सरकार के खिलाफ- अगली नस्ल और अगली फसल के लिए एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है. अब बदलाव की बयार है. क्योंकि बदलाव जोश है, ऊर्जा है, नई सोच है और शक्ति है.'

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उन्होंने कहा कि अब नई इबारत लिखने का समय आ गया है. बिहार के हाथों में गुण है, हुनर है, ताकत है और निर्माण की शक्ति है, लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाई और भुखमरी ने उनकी आंखों में आसूं और पैरों में छाले दे दिए हैं. सोनिया ने कहा है कि जो शब्द कहे नहीं जा सकते, उसे आंसुओं से कहना पड़ता है. भय, डर, खौफ, अपराध के आधार पर नीति और सरकारें खड़ी नहीं की जा सकतीं.

सोनिया ने कहा, 'बिहार भारत का आईना है और एक आशा है. भारत का विश्वास है, जोश है-जुनून है. बिहार भारत की शान भी है और अभिमान भी है. बिहार के किसान, युवा, मजदूर, भाई और बहनें सिर्फ बिहार में नहीं, बल्कि पूरे भारत और दुनिया के कोने-कोने में हैं. आज वही बिहार अपने गांव, कस्बे, शहरों, खेतों और खलिहानों में अपनी शान और भविष्य के लिए बदलाव को तैयार है. इसीलिए तो मैंने कहा कि बदलाव की बयार है.'

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कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, 'वोट की स्याही वाली उंगली अब सवाल लेकर खड़ी है. सवाल बेरोजगारी का है. सवाल खेती बचाने का है. सवाल रोटी और रोजगार का है. सवाल शिक्षा और सेहत का है. सवाल उद्योग-धंधे का है. सवाल बेलगाम अपराध पर रोक लगाने का है. सवाल तानाशाही शासन पर है. इसलिए आज वक्त है अंधेरे से उजाले की ओर, झूठ से सच की ओर, वर्तमान से भविष्य की ओर बढ़ने का. ज्ञान की धरती कहे जाने वाले बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वो महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निर्माण करें.'