जानिए जीतन राम मांझी का 1980 से लेकर अब तक का सियासी सफर
मांझी का जन्म बिहार राज्य के गया जिले की खिजरसराय के महकार गांव में हुआ. उनके पिता का नाम रामजीत राम मांझी है जो खेतिहर मजदूर थे. उन्होंने गया महाविद्यालय से 1966 में स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की है.
पटना:
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी गया जिले की इमामगंज (सुरक्षित) सीट से खुद चुनावी मैदान में हैं. मांझी यहां से दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. मांझी के खिलाफ आरजेडी से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ताल ठोक रहे हैं. यहां से उदय नारायण चौधरी जेडीयू के टिकट पर 2000 से 2015 तक लगातार चार बार विधायक रहे हैं. पिछले चुनाव में मांझी और चौधरी के बीच मुकाबला हुआ था. इस सीट पर सियासी हलकों की खास नजर है. क्योंकि बिहार के सियासी किंगमेकर बनने की चाह लेकर महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में जीतनराम मांझी शामिल हुए हैं.
यह भी पढ़ें : बांदा में युवक ने जीभ काटकर देवी को चढ़ाई, मांगी थी ये मन्नत
मांझी का जन्म बिहार राज्य के गया जिले की खिजरसराय के महकार गांव में हुआ. उनके पिता का नाम रामजीत राम मांझी है जो खेतिहर मजदूर थे. उन्होंने गया महाविद्यालय से 1966 में स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की है. वो महादलित मुसहर समुदाय से हैं. 1966 में जीतनराम मांझी ने लिपिक की नौकरी करना आरम्भ किया और 1980 में नौकरी छोड़ दी.
यह भी पढ़ें : तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय का है राजनीति इतिहास
नौकरी छोड़ने के बाद जीतनराम मांझी ने राजनीति में कदम रखा और 1980 में विधायक चुने गये. इसके बाद वो 1990 और 1996 में भी विधायक चुने गये. 2005 में बाराचट्टी से बिहार विधान सभा के लिए चुने गये. 1983 से 1985 तक वो बिहार सरकार में मंत्री रहे. 2008 में मांझी को कैबिनेट मंत्री चुना गया. वह एक बार बिहार के सीएम भी रहे है.
यह भी पढ़ें : लालू के बेटे तेज प्रताप यादव के बारे में ये नहीं जानते होंगे आप, तो जान लीजिए
बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के 10 महीनों के बाद पार्टी ने उनसे नीतीश कुमार के लिये पद छोड़ने को कहा. ऐसा न करने के कारण उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. 20 फरवरी 2014 को बहुमत साबित न कर पाने के कारण उन्होनें इस्तीफ़ा दे दिया. उसके बाद अपनी पार्टी का गठन किया. जीतन राम मांझी की पत्नी का नाम शांति देवी है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर गलती से भी न करें ये काम, बजरंगबली हो जाएंगे नाराज
-
Vastu Tips For Office Desk: ऑफिस डेस्क पर शीशा रखना शुभ या अशुभ, जानें यहां
-
Aaj Ka Panchang 20 April 2024: क्या है 20 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह