Indian Rupee Vs US dollar: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में लगातार गिरावट जारी है. हालिया 10 पैसे गिरावट के बाद रुपया अबतक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. अब एक अमेरिकी डॉलर 85.96 रुपये यानी लगभग 86 रुपये के बराबर हो गया है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार दसवें सप्ताह में गिरावट दर्ज की गई है. आखिर भारतीय रुपया लगातार कमजोर क्यों हो रहा है. आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.
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Indian Rupee Vs US dollar: रुपये में गिरावट क्यों?
एक रिपोर्ट के अनुसार, पूंजी निकासी (Capital Outflows) ने भारतीय रुपये पर भारी असर डाला है. वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से दरों में धीमी कटौती को यूएस डॉलर के मजबूत होने की वजह बताया जा रहा है.
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रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रुपये में जारी गिरावट को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं. सरकारी बैंकों ने कथित तौर पर केंद्रीय बैंक की ओर से डॉलर बेचे हैं. इससे रुपये की गिरावट को कम करने में मदद मिली है, लेकिन इसकी लगातार गिरावट को रोकने के लिए ये काफी नहीं है.
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विदेशी निवेशकों ने निकाले पैसे
अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और भारतीय रुपये के कमजोर होने की एक वजह ये भी है कि विदेशी निवेशकों ने इस महीने भारतीय शेयरों और बॉन्ड से तीन बिलियन डॉलर से अधिक की निकासी की है, जिससे रुपये का अवमूल्यन ( Rupee Depreciation) हुआ है. रुपये और डॉलर के बीच ये उधल-पुथल नए अमेरिकी राष्ट्रपति की नीतियों को लेकर चिंताओं के कारण भी हुई है.
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