आने वाले 5 सालों में बदल जाएंगे जॉब के अवसर, कहां बढ़ेगी नौकरी, कहां होंगे खत्म, जानें सबकुछ

तकनीकी विकास, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बिग डेटा, और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में, रोजगार के स्वरूप को तेजी से बदल रहे हैं. इन क्षेत्रों में स्किल्ड की बढ़ती मांग के चलते संबंधित नौकरियों में बढ़ोतरी की संभावना है.

तकनीकी विकास, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बिग डेटा, और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में, रोजगार के स्वरूप को तेजी से बदल रहे हैं. इन क्षेत्रों में स्किल्ड की बढ़ती मांग के चलते संबंधित नौकरियों में बढ़ोतरी की संभावना है.

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Priya Gupta
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AI (1) Photograph: (social media)

Job Opportunities: विश्व आर्थिक मंच (WEF) की 'भविष्य की नौकरियां रिपोर्ट 2025' के अनुसार, आगामी वर्षों में वैश्विक रोजगार परिदृश्य में बड़ा बदलाव होने वाला है.रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक विश्वभर में 170 मिलियन (17 करोड़) नई नौकरियां सृजित होंगी, जबकि अगले पांच सालों में 92 मिलियन (9.2 करोड़) लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ सकती हैं, जिससे कुल मिलाकर 78 मिलियन (7.8 करोड़) नए रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है. 

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तकनीकी प्रगति और रोजगार

तकनीकी विकास, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बिग डेटा, और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में, रोजगार के स्वरूप को तेजी से बदल रहे हैं. इन क्षेत्रों में स्किल्ड की बढ़ती मांग के चलते संबंधित नौकरियों में बढ़ोतरी की संभावना है. रिपोर्ट के अनुसार, AI के कारण 11 मिलियन नई नौकरियां सृजित होंगी, जबकि 9 मिलियन नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं. 

कृषि और आवश्यक सेवाओं में बढ़ोतरी

जरूरी सेवाओं, जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल, में 2030 तक रोजगार के अवसरों में बढ़ने की उम्मीद है.खासकर कृषि क्षेत्र में, कृषि श्रमिकों और अन्य संबंधित कार्यों में नौकरियों की संख्या बढ़ेगी. इसके अतिरिक्त, हल्के ट्रक या डिलीवरी ड्राइवर, सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन डेवलपर, और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की मांग में भी बढ़ोतरी होगी.

घटती नौकरिया

कुछ पारंपरिक नौकरियां, जैसे कैशियर, टिकट क्लर्क, प्रशासनिक सहायक, कार्यकारी सचिव, सफाईकर्मी, और छपाई से जुड़े कामगार, आने वाले समय में कम होती जाएंगी. तकनीकी स्वचालन और डिजिटल भुगतान प्रणालियों के बढ़ते उपयोग के कारण इन भूमिकाओं की जरूरी में कमी आ रही है.

कौशल विकास की जरूरत

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नौकरी के लिए जरूरी स्किल्ड में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। करीब 40 प्रतिशत कौशल में बदलाव तय है, और 63 प्रतिशत कंपनियां इसे एक बड़ी चुनौती के रूप में देख रही हैं. इसलिए, कर्मचारियों को नई तकनीकों के साथ तालमेल बिठाने के लिए अपने कौशल को उन्नत करना जरूरी होगा. 

भारत में रोजगार परिदृश्य

भारत में भी इन वैश्विक रुझानों का प्रभाव देखा जाएगा. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, भारत को 2030 तक 60 मिलियन से 148 मिलियन नई नौकरियां सृजित करने की जरूरत होगीं. इसके लिए सरकार और उद्योगों को मिलकर कौशल विकास और रोजगार सृजन की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे.

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