Banaras Hindu University: रेडियोथेरेपी और रेडियो मेडिसिन विभाग में पीजी डिप्लोमा इन मेडिकल टेक्नोलॉजी रेडियोथेरेपी कोर्स, जो 2007 में शुरू किया गया था, अब नए स्तर पर पहुंचने जा रहा है. विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील चौधरी द्वारा प्रस्तावित यूजी कोर्स को आखिरकार एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी मिल गई है. इस नई पहल के तहत विभाग में 17 सीटों की व्यवस्था की गई है, जिनमें से दो सीटें विदेशी छात्रों के लिए आरक्षित होंगी.
डिप्लोमा कोर्स से यूजी कोर्स की ओर कदम
पहले इस विभाग में पीजी डिप्लोमा कोर्स ही उपलब्ध था, जिसमें 11 सीटों पर बीएससी किए हुए छात्र आवेदन कर सकते थे. लेकिन अब शुरू किए गए यूजी कोर्स में 12वीं (भौतिक विज्ञान, रसायन और जीव विज्ञान) पास करने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं.
कोर्स की अवधि
यह चार साल का कोर्स होगा. पहले तीन साल एकेडमिक पढ़ाई होगी. आखिरी एक साल इंटर्नशिप करनी होगी, जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगा. कुल 17 सीटें होंगी, जिनमें से दो विदेशी छात्रों के लिए आरक्षित होंगी.
भविष्य के अवसर
रेडियोथेरेपी और रेडियो मेडिसिन के क्षेत्र में यह यूजी कोर्स छात्रों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा. यह कोर्स उन छात्रों के लिए खास होगा जो रेडियोथेरेपी में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान देना चाहते हैं. यह नई पहल छात्रों को बेहतर शिक्षा और करियर के लिए प्रेरित करेगी। प्रो. सुनील चौधरी और विभाग की टीम का यह प्रयास रेडियोथेरेपी और रेडियो मेडिसिन के क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने की क्षमता रखता है. विद्यार्थियों के लिए यह एक शानदार अवसर है, जो विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करेगा.
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