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रिलायंस इंडस्ट्रीज और BP जियो-बीपी ब्रांड के जरिए ईंधन की खुदरा बिक्री करेंगे

दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि ईंधन व आवागमन क्षेत्र के नये संयुक्त उपक्रम रिलायंस बीपी मोबिलिटी (Reliance BP Mobility Limited) ने परिचालन की शुरुआत कर दी है.

Updated on: 10 Jul 2020, 10:43 AM

नई दिल्ली:

वैश्विक पेट्रोलियम कंपनी बीपी पीएलसी और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ‘जियो-बीपी’ (Jio-BP) ब्रांड नाम से ईंधनों की खुदरा बिक्री करेंगी. दोनों कंपनियों ने इसकी घोषणा की. बीपी (BP) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के 1,400 पेट्रोल पंपों तथा विमानन ईंधन (एटीएफ) स्टेशनों की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी पिछले साल एक अरब डॉलर में खरीद ली थी. संयुक्त उपक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास शेष 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

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रिलायंस बीपी मोबिलिटी का परिचालन शुरू
संयुक्त उपक्रम ने अब परिचालन की शुरुआत कर दी है. दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि ईंधन व आवागमन क्षेत्र के नये संयुक्त उपक्रम रिलायंस बीपी मोबिलिटी (Reliance BP Mobility Limited) ने परिचालन की शुरुआत कर दी है. उन्होंने कहा कि 2018 में हुए प्राथमिक समझौते के बाद बीपी और रिलायंस ने सौदे को योजना के हिसाब से पूरा करने के लिये पिछले कुछ चुनौतीपूर्ण महीनों के दौरान आपस में मिल-जुलकर काम किया है. जियो-बीपी ब्रांड के तहत कंपनियों का लक्ष्य देश के ईंधन व परिवहन बाजार में अग्रणी बनना है. रिलायंस बीपी मोबिलिटी ईंधनों की ढुलाई करने समेत अन्य सभी नियामकीय व विधायी मंजूरियां मिल गयी हैं.

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संयुक्त उपक्रम के मौजूदा पेट्रोल पंपों और एटीएफ स्टेशनों का जियो-बीपी नाम से नया ब्रांड दिया जायेगा. इसके तहत तत्काल प्रभाव से संयुक्त उपक्रम ईंधनों तथा कैस्ट्रोल स्नेहकों की बिक्री शुरू करेगा. देश में अभी ईंधनों की खुदरा बिक्री में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों का बोलबाला है, जिनके पास देश भर के कुल 69,392 पेट्रोल पंपों में से ज्यादातर पंप हैं. सरकारी कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, बीपीसीएल और एचपीसीएल के पास 62,072 पेट्रोल पंप हैं. इसी तरह इन तीन कंपनियों के पास देश के 256 विमानन ईंधन स्टेशनों में से 224 हैं. बीपी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि वे ईंधन और आवागमन के लिये भारत की तेजी से बढ़ती मांगों को पूरा करने में संयुक्त उपक्रम के तेजी से बढ़ने की उम्मीद करते हैं.

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बयान में कहा गया कि भारत के अगले 20 वर्षों में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला ईंधन बाजार बनने की उम्मीद है. इसके साथ ही देश में यात्री कारों की संख्या में लगभग छह गुना वृद्धि होने का अनुमान है. संयुक्त उपक्रम का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 1,400 से अधिक खुदरा बिक्री केंद्रों के नेटवर्क को बढ़ाकर 5,500 तक पहुंचाने का है. दोनों कंपनियों ने कहा कि इस तेज वृद्धि के चलते उसे सेवा स्टेशनों में कार्यरत कर्मचारियों में चार गुना वृद्धि की आवश्यकता होगी और इस दौरान इनकी संख्या मौजूदा 20 हजार से 80 हजार पर पहुंचाने की जरूरत होगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि खुदरा व विमानन ईंधन में अखिल भारतीय उपस्थिति स्थापित करने के लिये रिलायंस बीपी के साथ अपनी मजबूत और मूल्यवान साझेदारी का विस्तार कर रही है. आरबीएमएल गतिशीलता और कम कार्बन वाले समाधान में अग्रणी बनने का लक्ष्य रखेगी. डिजिटल और प्रौद्योगिकी के साथ भारतीय उपभोक्ताओं के लिये स्वच्छ व किफायती विकल्प प्रदान करने हमारे प्रमुख सूत्र हैं.