अब चीनी बैंकों और अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा सकेगा अमेरिका, बनाया कानून
अमेरिकी संसद ने हांगकांग (Hong Kong) में सख्त ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ (National Security Law) कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच चीन के कदम को लेकर उस पर प्रतिबंध (Penalising) लगाने वाला एक विधेयक पारित कर दिया है.
वॉशिंगटन:
अमेरिकी संसद ने हांगकांग (Hong Kong) में सख्त ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ (National Security Law) कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच चीन के कदम को लेकर उस पर प्रतिबंध (Penalising) लगाने वाला एक विधेयक पारित कर दिया है. चीन ने हांगकांग में अलगाववादी गतिविधियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने के लिए विवादित कानून को लागू कर दिया है. लोगों को आशंका है कि इस कानून का इस्तेमाल इस अर्द्धस्वायत्त क्षेत्र में विरोध की आवाजों को दबाने के लिए किया जा सकता है.
यह भी पढ़ेंः चीन से तनातनी के बीच लेह पहुंचे PM नरेन्द्र मोदी, LAC की जमीनी हकीकत का लिया जायजा
कई स्तरों पर हो सकेगी कार्रवाई
अमेरिका के इस विधेयक के तहत हांगकांग में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों समेत उन समूहों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे, जो हांगकांग की स्वायत्ता और उसके निवासियों की आजादी को कमतर करने की कोशिश करेंगे. साथ ही इस नए सुरक्षा कानून को लागू करने वाली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
यह भी पढ़ेंः Good News: 15 अगस्त को लांच हो सकती है कोरोना वैक्सीन, क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी
बैंकों पर भी प्रतिबंध लगा सकेगा अमेरिका
इस विधेयक में कानून का उल्लंघन करने वाली संस्थाओं के साथ कारोबार करते पाए जाने वाले बैंकों पर भी प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है. सीनेट ने बृहस्पतिवार को इस विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी. इससे एक दिन पहले प्रतिनिधि सभा ने इसे मंजूरी दी थी और अब यह विधेयक व्हाइट हाउस के पास जाएगा. सीनेट में मतदान के मद्देनजर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि विदेशी ताकतों का कोई भी दबाव ‘चीन के संकल्प और राष्ट्रीय संप्रभुत्ता तथा हांगकांग की समृद्धि एवं स्थिरता की रक्षा करने की इच्छाशक्ति को हिला नहीं सकता.’
यह भी पढ़ेंः Kanpur Encounter Live Updates : कानपुर मुठभेड़ को लेकर जानें पल-पल का अपडेट
चीन ने दी जवाबी कार्रवाई की धमकी
उन्होंने अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने और हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप न करने तथा प्रतिबंध वाले विधेयक पर हस्ताक्षर न करने का अनुरोध किया. झाओ ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अगर यह विधेयक कानून बनता है तो चीन निश्चित तौर पर जवाबी कदम उठाएगा और इसके सभी परिणाम अमेरिका को भुगतने होंगे.’ व्हाइट हाउस ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन बृहस्पतिवार को टेलीविजन पर दिए साक्षात्कार में देश में उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने हांगकांग के नए सुरक्षा कानून को चीन के साथ हुए अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन बताया.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें