कोरोना संकट में फंसे कंगाल पाकिस्तान को IMF ने दिए 1.39 अरब डॉलर
पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. इस बीच उसके लिए एक अच्छी खबर आई. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1.39 अरब डॉलर का आपातकालीन ऋण मिला है.
नई दिल्ली:
पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. इस बीच उसके लिए एक अच्छी खबर आई. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1.39 अरब डॉलर का आपातकालीन ऋण मिला है. कंगाल पाकिस्तान को आईएमएफ का सहारा मिला है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 1.39 अरब डॉलर के कर्ज से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 12 अरब डॉलर हो गया है, जो एक महीने का उच्चतम स्तर है.
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने ट्विटर पर लिखा है, एसबीपी को त्वरित वित्त पोषण व्यवस्था (आरएफआई) के तहत आईएमएफ से 1.39 अरब डॉलर मिले हैं.
पाकिस्तान को यह कर्ज संकट के कारण आर्थिक नरमी को देखते हुए उसे विदेशी मुद्रा भंडार को दुरुस्त करने के लिए दिया गया है.
यह कर्ज पहले से ही अपेक्षित था और इसने पाकिस्तानी रुपये को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आगे बढ़ने में मदद की है.
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पिछले हफ्ते एसबीपी की साप्ताहिक रिपोर्ट में बताया गया था कि 10 अप्रैल, 2020 को पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार चार महीने के निचले स्तर 10.97 अरब डॉलर पर आ गया था.
दरअसल, पिछले पांच से छह सप्ताह के दौरान पाकिस्तानी बाजार से अल्पकालिक विदेशी निवेशकों द्वारा लगभग 2.69 अरब डॉलर की पूंजी निकाल ली गई थी, जिसके बाद पाकिस्तान के विदेशी भंडार में काफी कमी आ गई थी.
इनमें से कई निवेशकों ने कोरोना महामारी के बाद पनपे दहशत के माहौल में समय से पहले ही ट्रेजरी बिल और लंबी अवधि के पाकिस्तान इन्वेस्टमेंट बॉन्ड (पीआईबी) भी बेच दिए.
इसके अलावा पिछले चार महीनों के दौरान की गई विदेशी ऋण चुकौती ने भी विदेशी मुद्रा भंडार पर असर डाला.
मुद्राकोष के बयान के अनुसार, आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सस्ता आपात कर्ज देने का मंजूरी दी थी. इससे पाकिस्तान को कोरोनावायरस संकट के समय तत्काल भुगतान संतुलन की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी.