रांची : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की अहम बैठक, चार राज्यों से जुड़े 20 एजेंडों पर चर्चा
जेनएआई मॉडल पर ग्लोबल एंड-यूजर खर्च 2025 तक 14.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा : रिपोर्ट
फैंस को उम्मीद, बुमराह की वापसी से भारत को मिलेगी मदद, टीम इंडिया जीतेगी तीसरा टेस्ट
सपा ने ‘जनसुरक्षा विधेयक’ का किया विरोध, अबू आजमी बोले- ये बिल एक साजिश
मुंबई: संजय राउत बोले, 'निकाय चुनाव में गठबंधन नहीं', नाना पटोले ने टिप्पणी से किया इनकार
'सीला' का नया मोशन पोस्टर आउट, एक्शन में दिखे हर्षवर्धन राणे
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से पहली तिमाही में बेहतर और मजबूत आय प्रदर्शन की उम्मीद : रिपोर्ट
Breaking News LIVE: बिहार वोटर लिस्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनावई; लखनऊ में सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत
अबोहर में कारोबारी का मर्डर: मनजिंदर सिंह सिरसा ने उठाई सीबीआई जांच की मांग तो ‘आप’ नेता ने लगाए 'गंभीर आरोप'

कोरोना संकट में फंसे कंगाल पाकिस्तान को IMF ने दिए 1.39 अरब डॉलर

पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. इस बीच उसके लिए एक अच्छी खबर आई. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1.39 अरब डॉलर का आपातकालीन ऋण मिला है.

पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. इस बीच उसके लिए एक अच्छी खबर आई. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1.39 अरब डॉलर का आपातकालीन ऋण मिला है.

author-image
nitu pandey
New Update
imran khan

इमरान खान( Photo Credit : फाइल फोटो)

पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. इस बीच उसके लिए एक अच्छी खबर आई. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1.39 अरब डॉलर का आपातकालीन ऋण मिला है. कंगाल पाकिस्तान को आईएमएफ का सहारा मिला है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 1.39 अरब डॉलर के कर्ज से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 12 अरब डॉलर हो गया है, जो एक महीने का उच्चतम स्तर है.

Advertisment

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने ट्विटर पर लिखा है, एसबीपी को त्वरित वित्त पोषण व्यवस्था (आरएफआई) के तहत आईएमएफ से 1.39 अरब डॉलर मिले हैं.

पाकिस्तान को यह कर्ज संकट के कारण आर्थिक नरमी को देखते हुए उसे विदेशी मुद्रा भंडार को दुरुस्त करने के लिए दिया गया है.

यह कर्ज पहले से ही अपेक्षित था और इसने पाकिस्तानी रुपये को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आगे बढ़ने में मदद की है.

इसे भी पढ़ें:अखिलेश यादव की मांग, आजम खान, पत्नी और बेटे को रमजान में किया जाए जेल से रिहा

पिछले हफ्ते एसबीपी की साप्ताहिक रिपोर्ट में बताया गया था कि 10 अप्रैल, 2020 को पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार चार महीने के निचले स्तर 10.97 अरब डॉलर पर आ गया था.

दरअसल, पिछले पांच से छह सप्ताह के दौरान पाकिस्तानी बाजार से अल्पकालिक विदेशी निवेशकों द्वारा लगभग 2.69 अरब डॉलर की पूंजी निकाल ली गई थी, जिसके बाद पाकिस्तान के विदेशी भंडार में काफी कमी आ गई थी.

इनमें से कई निवेशकों ने कोरोना महामारी के बाद पनपे दहशत के माहौल में समय से पहले ही ट्रेजरी बिल और लंबी अवधि के पाकिस्तान इन्वेस्टमेंट बॉन्ड (पीआईबी) भी बेच दिए.

और पढ़ें:कोरोना वायरस को टेस्टिंग 'हथियार' से किया जा सकता है खत्म, पर्यावरण सचिव ने कहा- टेस्ट बढ़ाने की जरूरत

इसके अलावा पिछले चार महीनों के दौरान की गई विदेशी ऋण चुकौती ने भी विदेशी मुद्रा भंडार पर असर डाला.

मुद्राकोष के बयान के अनुसार, आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सस्ता आपात कर्ज देने का मंजूरी दी थी. इससे पाकिस्तान को कोरोनावायरस संकट के समय तत्काल भुगतान संतुलन की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी.

कोरोना वायरस को टेस्टिंग 'हथियार' से किया जा सकता है खत्म, पर्यावरण सचिव ने कहा- टेस्ट बढ़ाने की जरूरत

pakistan coronavirus IMF corona pandemic
      
Advertisment