logo-image

तालिबान ने इस्लामिक स्टेट की भी तोड़ी कमर, 55 आतंकियों को सरेंडर होने पर किया मजबूर

तालिबान ने शनिवार को दावा किया कि उसने इस्लामिक स्टेट के 55 आतंकियों को सरेंडर होने पर मजबूर कर दिया है. जिससे आईएस को बड़ा झटका लगा है.

Updated on: 07 Nov 2021, 11:49 PM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) का राज आते ही वहां के आम नागरिकों की जिंदगी कठिन हो गई है. तालिबान ने अब वहां शरिया कानून (Sharia Law) लागू कर दिया है. वहीं दूसरी ओर तालिबान ने इस्लामिक स्टेट (IS) को भी बड़ा झटका दिया है. आपको बता दें कि तालिबान ने इस्लामिक स्टेट (IS) के तकरीबन 55 आतंकवादियों को घुटनों के बल पर ला दिया है. तालिबान ने इन आतंकवादियों (Terrorists)को सरेंडर करवा दिया है. शनिवार 7 अक्टूबर के तालिबान ने दावा किया कि इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े 55 आतंकियों ने अफगानिस्तान के पूर्वी नंगरहार प्रांत में सरेंडर (Surrender)किया है.

यह भी पढ़ें: 100 टन फर्टिलाइजर लेकर श्रीलंका पहुंचा एयरफोर्स का विमान,चीन-श्रीलंका में विवाद

आपको बता दें कि द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अनादोलु एजेंसी के मुताबिक प्रांत के राजधानी जलालाबाद (Jalalabad)में तालिबान के खुफिया मुख्यालय से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आईएस आतंकवादी समूह से जुड़े 55 आतंकियों ने अपनी बंदूकें रखीं और खुद को सरेंडर कर दिया. अभी पिछले हफ्ते 65 आतंकवादियों के एक और जत्थे ने उसी प्रांत में सरेंडर किया था. 

यह भी पढ़ें: कार्ड और मोबाइल की जरूरत नहीं, अब चेहरे से ही हो जाएगी पेमेंट, आने वाला है नया सिस्टम

तालिबान का राज आते ही अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट (IS) ने हमले और तेज कर दिए हैं और अलग-अलग जगहों पर ताबड़तोड़ विस्फोट कर रहा है. आपको बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में तालिबान ने राजधानी काबुल में आईएस के एक ठिकाने को नष्ट करने का दावा किया था, जिसे कई हमलों के लिए दोषी ठहराया गया था.

यह भी पढ़ें: इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कादिमी पर ड्रोन से हमला, बाल-बाल बचे

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की मानें तो, कुछ दिनों बाद आईएस ने कंधार में बड़े पैमाने पर आत्मघाती बम विस्फोट का दावा किया, इसके अलावा नंगरहार और परवान प्रांतों में लक्षित हत्याओं और उत्तरी कुंदुज प्रांत में एक शिया समुदाय की मस्जिद में एक और बड़ा आत्मघाती बम विस्फोट किया. इस विस्फोट में 100 से ज्य़ादा लोग मारे गए थे.