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वकीलों ने कहा, डोनाल्ड ट्रंप पर हिंसा भड़काने का आरोप 'बहुत बड़ा झूठ'

अधिकांश रिपब्लिकन सांसदों ने संकेत दिया है कि वे ट्रम्प को दोषी ठहराने के लिए मतदान नहीं करेंगे. बचाव पक्ष ने महाभियोग सुनवाई के त्वरित समापन के लिए चार घंटे से भी कम का समय लिया.

Updated on: 13 Feb 2021, 01:24 PM

highlights

  • ट्रंप पर हिंसा भड़काने का आरोप
  • ट्रंप ने नहीं रोकी थी हिंसा
  • ट्रंप ने हिंसा पर खेद भी नहीं व्यक्त किया था

नई दिल्ली:

दूसरी बार महाभियोग का सामना कर रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वकीलों ने सीनेट में साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कहा है कि उन पर हिंसा भड़काने का जो आरोप लगाया गया है, वह एक बहुत बड़ा झूठ है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वकील माइकल वैन डेर वीन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ डेमोक्रेट सांसदों की ओर से शुरू की गई महाभियोग की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है. गौरतलब है कि ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 6 जनवरी को अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल) में दंगे करवाए थे, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी.

हालांकि उन्होंने इस आरोप से इनकार किया है. अधिकांश रिपब्लिकन सांसदों ने संकेत दिया है कि वे ट्रम्प को दोषी ठहराने के लिए मतदान नहीं करेंगे. बचाव पक्ष ने महाभियोग सुनवाई के त्वरित समापन के लिए चार घंटे से भी कम का समय लिया. इसके बाद दोनों पक्षों के प्रश्न पूछने के लिए सीनेटरों को चार घंटे का समय दिया गया.

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ट्रंप ने दंगा रोकने के लिए कुछ नहीं किया और न ही खेद व्यक्त किया
इससे पहले सीनेटरों ने संसद में दो दिनों तक बैठक की जिसमें वीडियो और ऑडियो फुटेज खंगाली गई. डेमोक्रेटिक अभियोजकों ने यह दिखाने की कोशिश की कि ट्रंप का रवैया हिंसा भड़काने का रहता है. उन्होंने दंगा रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया और न ही उन्होंने कोई खेद व्यक्त किया. उन्होंने यह दलील दी कि अगर इस मामले में ट्रंप को बरी कर दिया जाता है तो इसे कांग्रेस पर दोबारा हमला हो सकता है.

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डेमोक्रेट्स ने दी थी दलील ट्रंप समर्थकों ने भड़काई थी हिंसा
शुक्रवार को वैन डेर वीन ने डेमोक्रेट्स की दलीलों को नकारते हुए अपनी टिप्पणी प्रारंभ की. डेमोक्रेट्स की यह दलील थी कि ट्रम्प ने 6 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में अपने समर्थकों को हिंसा के लिए भड़काया था, ताकि बाइडेन की चुनावी जीत को प्रमाणित करने से रोका जा सके.

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जानिए क्या कहते हैं पोल्स
नए एपी पोल में ज्यादातर अमेरिकियों को लगता है कि कैपिटल में हुए विद्रोह के लिए ट्रंप कुछ हद तक दोषी हैं लेकिन वे इस बात पर एकमत नहीं है कि क्या सीनेट को उन्हें दोषी ठहराने के लिए वोट देना चाहिए. रविवार को जारी हुए एबीसी न्यूज/इप्सोस पोल से पता चलता है कि 56 प्रतिशत अमेरिकी ट्रंप को दोषी मानते हुए सीनेट का समर्थन करते हैं. 10 में से 9 डेमोक्रेट उन्हें ऑफिस में वर्जित करना चाहते हैं जबकि 10 में से 8 रिपब्लिकन इसके विरोध में हैं.