स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक (Standard Chartered Bank) ने अनुप्रयास और समर्थनम ट्रस्ट (Anuprayaas And Samarthanam Trust) के साथ एक साझेदारी की है. इसके पहल का उद्देश्य दिव्यांगजनों की परेशानी को कम करना है. इसी कड़ी में आगरा, मथुरा, जयपुर, यमुनानगर, मुरादाबाद, गुना, इटारसी, भोपाल स्टेशनों (stations) पर यात्रा के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध की जाएंगी. स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की खास पहल के तहत देश भर के 30 रेलवे स्टेशनों को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुलभ बनाया जाएगा. बैंक की सीइंग इज़ बिलीविंग के तहत इस खास पहल को शुरू किया गया है.
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स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की इस पहल से दिव्यांग व्यक्तियों की दूसरों पर निर्भरता और खुद पर आत्मविश्वास को प्रोत्साहन मिलेगा. इस परियोजना के तहत व्हीलचेयर का इस्तेमाल करने वालों, सुनने और देखने में असक्षम व्यक्तियों को सम्मान के साथ यात्रा करने में सहायता मिलेगी. इस कड़ी में सबसे पहले ठाणे रेलवे स्टेशन पर सारी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. इसके बाद बाकि के रेलवे स्टेशनों पर भी 1 अप्रैल 2022 तक सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी. प्रमुख रेलवे स्टेशनों में एग्मोर चेन्नई, बांद्रा, अहमदाबाद, भोपाल, मथुरा, आगरा, सिकंदराबाद और जयपुर को इस परियोजना के अतंर्गत लाया जाएगा.
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दिव्यांगजनों को क्या मिलेंगी खास सुविधाएं
- प्लेटफॉर्म और रेलिंग पर ब्रेल संकेतकों का प्रयोग किया जाएगा
- पुरुष-महिला शौचालयों में भी ब्रेल सामान्य संकेत बोर्ड का प्रयोग किया जाएगा
- आंखों से दिव्यांग लोगों के लिए सीढ़ियों पर परावर्तक पट्टियां होंगी
- ब्रेल मानचित्र उपलब्ध करवाया जाएगा
- पूछताछ वाले कांउटर पर ब्रेल सुचना पुस्तक मौजूद रहेगी
- सांकेतिक भाषा में वीडियो देखने के लिए क्यूआर कोड की सुविधा
- दिव्यांग कोच में चढ़ने के लिए पोर्टेबल रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा
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स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के सस्टेनेबिलिटी विभाग के प्रमुख करुणा भाटिया ने कहा कि, दिव्यांग लोगों के लिए रेलवे स्टेशनों को सुलभ बनाना एक समावेशी संगठन होने की दिशा में हमारी यात्रा का एक सकारात्मक कदम है. हालांकि हमें अभी भी लंबा रास्ता तय करना है, हमारी सीइंग इज बिलीविंग पहल के तहत यह परियोजना दिव्यांग लोगों के लिए पहुंच बढ़ाने और बाधाओं को दूर करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है.
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