logo-image

SBI ने ग्राहकों को जारी की चेतावनी, इन बातों का रखें ध्यान नहीं तो खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट

SBI ने ट्विटर पर ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के लिए कुछ तरीके बताए हैं. SBI ने लिखा है कि ग्राहकों को फिशर्स (Phishers) से सावधान रहने की जरूरत है. इसके अलावा इंटरनेट पर आपको मिल रही किसी भी सूचना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है.

Updated on: 30 Jul 2020, 12:29 PM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से डिजिटल ट्रांजैक्शन (Digital Transaction) में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) बढ़ने के साथ ही धोखाधड़ी (Online Fraud) की घटनाएं भी काफी बढ़ गई हैं. ऑनलाइन फ्रॉड को देखते हुए देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए अलर्ट जारी किया है.

यह भी पढ़ें: आपके पैसों से जुड़े इन नियमों में 31 जुलाई से हो जाएंगे अहम बदलाव, जान लीजिए नहीं तो उठाना पड़ सकता है नुकसान

SBI ने ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के तरीके बताए

SBI ने ट्विटर पर ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के लिए कुछ तरीके बताए हैं. SBI ने लिखा है कि ग्राहकों को फिशर्स (Phishers) से सावधान रहने की जरूरत है. इसके अलावा इंटरनेट पर आपको मिल रही किसी भी सूचना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए इन सरल सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल की हवाई यात्रा की योजना बना रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें

क्या होती है फिशिंग और क्या है इससे बचाव का तरीका
दरअसल, इंटरनेट के जरिए जब कोई वित्तीय चोरी या धोखाधड़ी की जाती है उसे ही फिशिंग कहा जाता है. फिशिंग के जरिए गोपनीय वित्तीय जानकारियों बैंक अकाउंट नंबर, क्रेडिट कार्ड नंबर, नेट बैंकिंग पासवर्ड और व्यक्तिगत पहचान का ब्यौरा आदि को चुराने की कोशिश की जाती है. जालसाज या हैकर फिशिंग के जरिए मिली जानकारी के जरिए पीड़ित व्यक्ति के अकाउंट से पैसा निकाल सकता है. यहीं नहीं फिशर पीड़ित के क्रेडिट कार्ड का भी दुरुपयोग कर सकता है. जानकारों का कहना है कि लोगों को हमेशा एड्रेस बार में सही URL टाइप करके साइट पर लॉगऑन करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: Flipkart अब सिर्फ 90 मिनट में आपके घर पहुंचा देगा किराने का सामान

लोगों को प्रमाणिक वेबसाइट पर ही यूजर आईडी, पासवर्ड और व्यक्तिगत जानकारियों को साझा करना चाहिए. फोन या इंटरनेट पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय सावधान रहें. यहां ध्यान देने वाली बात है कि कोई भी बैंक ईमेल के जरिए ग्राहकों के अकाउंट की जानकारी की पुष्टि के लिए व्यक्तिगत जानकारियों की पूछताछ नहीं करता है.