Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस कितनी तरह का होता है? जानें आपके लिए कौन-सा है बेस्ट
Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस आज हर इंसान की जरूरत बन गया है. ऐसे में हमें अपने लिए और अपने परिवार के लिए ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस को लेना फायदेमंद रहता है. जिसमें ज्यादा से ज्यादा बीमारियां कवर की जाती हों.
नई दिल्ली:
Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस कई तरह का हो सकती है, और यह व्यक्ति की आवश्यकताओं और बजट के आधार पर चुने जाते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस एक विशेष प्रकार का बीमा है जिसमें व्यक्ति अपनी सेहत को नुकसान या बीमारी के खतरे से बचाने के लिए पॉलिसी खरीदता है. इस प्रकार का बीमा उन आपत्तियों और खतरों से बचाव करता है जो सेहत को नकारात्मक प्रभावित कर सकती हैं. हेल्थ इंश्योरेंस की पॉलिसी व्यक्ति को चिकित्सा खर्चों के लिए भुगतान करने में मदद करती है और उसे विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं से योजना करने में सहायक होती है.
ये भी पढ़ें: Lakshadweep Trip के लिए पेटीएम दे रहा शानदार ऑफर, सिर्फ इतने में करें सैर
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) के आंकड़ों के अनुसार भारत में अभी 5 प्रतिशत आबादी के पास ही इंश्योरेंस हैं. लेकिन 95 प्रतिशत आबादी आज भी खतरे में है. ज्यादातर लोग इंश्योरंस को फिजुल खर्चा मानते हैं, लेकिन जब अचनाक कोई बड़ी बिमारी उनका बैंक बैलेस हिला देती है या उन्हें कर्जों के बोझ में डाल देती है तब उन्हें इसकी सही कीमत का एहसास होता है. इन दिनों मेडिकल खर्चे जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं और बीमारियों ने जैसे पांव पसारने शुरु किए हैं ऐसे में बेहद जरूरी है कि सब लोगों के पास सही इंश्योरेंस हो. लेकिन उससे पहले आप ये जान लें कि इंश्योरेंस कितनी तरह के होते हैं और आपके लिए कौन सा इंश्योरेंस बेस्ट है.
1. इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस
इसमें व्यक्ति अपने लिए स्वतंत्र रूप से पॉलिसी खरीदता है. इसमें एकल व्यक्ति के लिए इंश्योरेंस कवरेज होती है और प्रीमियम उसी व्यक्ति द्वारा दिया जाता है.
2. फैमिली फ्लोटर पॉलिसी
इसमें पूरे परिवार को कवर करने वाली पॉलिसी होती है. एक पॉलिसी के अंतर्गत पूरे परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षा प्रदान की जाती है.
ये भी पढ़ें: PM Kisan Yojna: लीक हुई पीएम निधि की 16वीं किस्त मिलने की तारीख, ये तीन काम जरूरी
3. सीनियर सिटिजन हेल्थ इंश्योरेंस
इस प्रकार की पॉलिसी वृद्धावस्था के व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन की जाती है. इसमें सीनियर सिटिजन्स को विशेष कवरेज और बीमा योजनाएं मिलती हैं.
4. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस
इस प्रकार की पॉलिसी में बीमारी के चिकित्सा खर्चों का भुगतान कैशलेस तरीके से किया जाता है, जिससे बीमार व्यक्ति को प्रतिशत का बोझ कम होता है.
5. क्रिटिकल इल्नेस कवर
इसमें ऐसी बीमारियों के लिए कवरेज होती है जो गंभीर और जीवनसंग बना सकती हैं, जैसे कि कैंसर, हृदय रोग, या किडनी की बीमारी.
ये भी पढ़ें: Rule Change: 1 फरवरी क्यों है आपके लिए खास, इन नियमों में होगा बदलाव, जेब पर पड़ेगा असर
6. मैटर्निटी कवर
इस पॉलिसी के अंतर्गत गर्भावस्था से संबंधित खर्चों का भुगतान किया जाता है, जैसे कि डिलीवरी और नवजात शिशु की देखभाल.
7. जनरल इल्नेस कवर
इस प्रकार की पॉलिसी जीवनशैली रोगों की प्रतिबंधितता को बढ़ावा देने वाली बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है. हेल्थ इंश्योरेंस की पॉलिसी का चयन करते समय व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए और सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Post Office: सिर्फ 34 रुपए का निवेश बना देगा लखपति, मैच्योरिटी पर मिलेंगे पूरे 18 लाख रुपए
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट