Uttarakhand CM : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के नगरा तराई क्षेत्र में अपने खेत में धान की रोपाई कर किसानों के प्रति सम्मान व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि खेतों में उतरकर पुराने दिनों की यादें ताजा हो गईं. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अन्नदाता न केवल हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि वे हमारी संस्कृति और परंपराओं के संवाहक भी हैं.
कृषकों को किया प्रेरित
इस खास मौके पर पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत “हुड़किया बौल” के माध्यम से भूमि के देवता भूमियां, जल के देवता इंद्र और छाया के देवता मेघ की वंदना भी की. मुख्यमंत्री के इस सांस्कृतिक जुड़ाव और कृषकों के साथ आत्मीय सहभाग ने क्षेत्रीय जनता को गहरे स्तर पर प्रेरित किया.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल उत्तराखंड की ग्रामीण संस्कृति, कृषकों की अहमियत और पारंपरिक लोककलाओं के संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है.
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राज्य की खुशहाली के लिए की प्रार्थना
बता दें कि अपने शासन के चार साल पूरे होने पर धामी ने शुक्रवार को गंगा तट पर हर की पौड़ी में पूजा की थी और राज्य की खुशहाली के लिए प्रार्थना की थी. हरिद्वार के पूर्व सांसद रमेश पोखरियाल ‘निशंक', राज्यसभा सदस्य कल्पना सैनी और विधायक मदन कौशिक और आदेश चौहान उनके साथ थे, जब धामी ने आचार्य अमित शास्त्री की देखरेख में अनुष्ठान किया.
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