Kotdwar News: उत्तराखंड के कोटद्वार क्षेत्र में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला लैंसडौन वन प्रभाग के सनेह पट्टी स्थित रामपुर गांव का है, जहां बीते दो दिनों तक हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. इन जंगली गजराजों ने फसलों को रौंदने के साथ ही कई पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया. इतना ही नहीं, ये हाथी गांव के भीतर तक आ गए, जिससे लोगों में जबरदस्त दहशत फैल गई.
दो दिन तक जारी रहा उत्पात
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार रात गांव के पास के जंगल से हाथियों का एक झुंड अचानक ग्रामीण इलाके में घुस आया. इसके बाद इन हाथियों ने सीधे खेतों में धावा बोला और धान, गेहूं सहित अन्य फसलों को बर्बाद कर दिया. ग्रामीणों ने जब इन्हें भगाने की कोशिश की तो हाथी और आक्रामक हो गए. कई लोगों को अपनी जान बचाने के लिए घरों में छिपना पड़ा. हाथियों के इस झुंड का आतंक शुक्रवार को भी जारी रहा. सुबह होते ही गजराज फिर से गांव में घुस आए और कई जगह पेड़ों को उखाड़ फेंका. गांव में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. स्थानीय लोगों ने मशालें जलाकर, पटाखे फोड़कर और शोर मचाकर हाथियों को भगाने की कोशिश की, लेकिन वे बार-बार लौट आते थे.
यह भी पढ़ें: Uttarakhand: ‘बेरोजगारी में कमी, अर्थव्यवस्था को नई उड़ान’, धामी सरकार के तीन साल पूरे होने पर सीएम ने बताई उपलब्धियां
ग्रामीणों ने मिलकर खदेड़ा
हालांकि, लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाथियों को भगाने का फैसला किया. कई घंटों की मशक्कत के बाद वे इन्हें जंगल की ओर खदेड़ने में सफल रहे. वन विभाग को भी इस घटना की जानकारी दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
यह भी पढ़ें: Uttarakhand Road Accident: देहरादून में दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार कार ने लोगों को कुचला, मौके पर 4 की मौत
नहीं थम रहा हाथियों का आतंक
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि इस इलाके में हाथियों ने इस तरह का आतंक मचाया हो. बीते कुछ महीनों से कोटद्वार और आसपास के गांवों में जंगली हाथियों की आवाजाही बढ़ी है, जिससे फसलों और जन-धन की हानि हो रही है. स्थानीय लोगों ने वन विभाग से जल्द से जल्द सुरक्षा उपाय करने की मांग की है.
यह भी पढ़ें: Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड के चमोली में भूस्खलन, अलकनंदा नदी पर बना पुल टूटा, हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग बंद
यह भी पढ़ें: Uttarakhand: बर्तन चमकाने के नाम पर महिला से ठगी, उड़ाया डेढ़ तोला सोने का मंगलसूत्र, बदले में थमाए पत्थर