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हाथरस कांड में आरोपियों की घटना के दिन की लोकेशन को लेकर जांच पड़ताल

हाथरस के बुलगढ़ी गांव में कथित तौर पर चार ऊंची जाति के लोगों द्वारा 19 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद मारपीट करने के मामले में हर रोज नया मोड़ सामने आ रहा है.

Updated on: 09 Oct 2020, 12:13 PM

हाथरस:

हाथरस के बुलगढ़ी गांव में कथित तौर पर चार ऊंची जाति के लोगों द्वारा 19 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद मारपीट करने के मामले में हर रोज नया मोड़ सामने आ रहा है. जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं, हाथरस की भयावह घटना में कहानी करवट लेती जा रही है. अब आरोपियों को समर्थन भी मिलने लगा है. आरोपियों की घटना के दिन की लोकेशन को लेकर उनके परिवार अपने बेटों को बेकसूर बताते हुए कई दावे कर रहे हैं. हालांकि इन दावों की सच्चाई और आरोपियों की घटना के दिन की लोकेशन को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.

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हाथरस कांड में मुख्य 4 आरोपी हैं, जिनके नाम संदीप, लवकुश, रवि और रामू उर्फ रामकुमार हैं. आरोपियों को परिवार अपने बेटों को निर्दोष बता रहे हैं. आरोपी लवकुश की मां का कहना है कि घटना के दिन वो अपने बेटे (लवकुश) के साथ खेतों पर चारा काट रही थीं. जबकि आरोपी रवि और रामकुमार की मां के अनुसार, रवि घर पर मशीन पर चारा काट रहा था और और उनका दूसरा बेटा रामकुमार चिलर (डेरी) पर सुबह 7 बजे ही काम पर निकल गया है.

हालांकि रवि और रामकुमार की मां की कही बातों के मुताबिक, डेरी पर रामकुमार के मिलने के सबूत भी पुलिस को मिले हैं. इसके अलावा उन्होंने सभी आरोपियों के बारे में बताते हुए कहा कि मुख्य आरोपी संदीप गांव में ही गाय को पानी पिला रहा था. जब पुलिस उसको तलाश करने आई तब वो गांव से गायब हुआ. ऐसे में परिजनों के दावे और आरोपियों की लोकेशन को लेकर पुलिस आगे की जांच पड़ताल में लगी है.

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इससे पहले गुरुवार को चार आरोपियों ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखा और दावा किया है कि वे निर्दोष हैं और उन्हें मामले में झूठे ही फंसाया गया है. अलीगढ़ जिला जेल से लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. चारों आरोपी अलीगढ़ जिला जेल में ही बंद हैं. पत्र में मुख्य आरोपी संदीप ने यह भी दावा किया है कि उसकी कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता से दोस्ती थी जिसके कारण उसकी मां और भाई ने उसे मारा-पीटा था, जिससे उसे गंभीर चोटें आई थी और उसी के चलते उसकी बाद में मौत हो गई थी.

हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने पत्र प्राप्त होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा, 'चारों आरोपियों ने अलीगढ़ जिला जेल अधीक्षक को एक पत्र दिया था और उन्होंने वह पत्र मुझे भेजा है. पत्र मुझे प्राप्त हो गया है, इस पर जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.' 7 अक्टूबर की तिथि वाले पत्र पर मामले के चारों आरोपियों संदीप, लवकुश, रवि और रामू उर्फ रामकुमार के अंगूठे के निशान के साथ-साथ नाम भी लिखे हुए हैं. बता दें कि 19 वर्षीय कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी.