logo-image

मालिनी अवस्थी: यहां पढ़ें देश की मशहूर लोक गायिका का पूरा बायोग्राफी

देश की जानी-मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी का जन्म 11 फरवरी, 1967 को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुआ था. 54 वर्षीय मालिनी 31 साल से अपने पेशे में एक्टिव हैं.

Updated on: 07 Mar 2021, 08:00 AM

highlights

  • 11 फरवरी, 1967 को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुआ था मालिनी अवस्थी का जन्म
  • देश-विदेश में अपनी लोक गायिकी के लिए प्रसिद्ध हैं मालिनी अवस्थी

नई दिल्ली:

देश की जानी-मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी का जन्म 11 फरवरी, 1967 को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुआ था. 54 वर्षीय मालिनी 31 साल से अपने पेशे में एक्टिव हैं. मालिनी अवस्थी को कई स्थानीय बोलियों का ज्ञान है, लिहाजा कन्नौज में जन्मीं और लखनऊ में पली-बढ़ीं मालिनी अवस्थी भोजपुरी, अवधी, बुंदेलखंडी में भी गीत गाती हैं. इसके साथ ही वे ठुमरी और कजरी भी गाती हैं. देश में आयोजित होने वाले तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मालिनी अवस्थी को उनके गायिकी के लिए आमंत्रित किया जाता है. सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके योगदान के लिए साल 2016 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था.

ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, यहां पढ़ें उनका पूरा बायोग्राफी

मालिनी अवस्थी ने देश के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है. उन्होंने त्रिनिदाद, मॉरिशियस, फिजी, अमेरिका, पाकिस्तान, लंदन, नीदरलैंड्स, लॉस एंजेलिस और फिलाडेल्फिया में भी परफॉर्म किया है. मालिनी अवस्थी के पति अवनीश कुमार अवस्थी एक सीनियर आईएएस अधिकारी हैं. वे वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत हैं. चुनाव आयोग ने मालिनी अवस्थी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 और उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए ब्रैंड एंबेसडर बनाया था.

ये भी पढ़ें- श्रीकांत शर्मा: ABVP में छात्र नेता से लेकर उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक का सफर

मालिनी अवस्थी ने कई फिल्मों में भी काम किया है. उन्होंने जय हो छठ मैय्या, भोले शिव शंकर, बम बम भोले, एजेंट विनोद, दम लगा के हैशा, इस्साक और चारफुटिया छोकरे फिल्म में काम किया है.

ये भी पढ़ें- स्वाति सिंह: रसोई से BJP की फायर ब्रांड नेता बनने तक का सफर

सांस्कृतिक योगदान के लिए उन्हें साल 2016 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा साल 2006 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया था. इसके अलावा उन्हें साल 2000 में नारी गौरव सम्मान, साल 2003 में सहारा अवध सम्मान और साल 2014 में कालिदास सम्मान से नवाजा गया था.