logo-image

दिवाली पर 6 लाख से अधिक दीयों की रोशनी में नहाई रामनगरी अयोध्या

भगवान राम की नगरी अयोध्या में शनिवार को तीसरा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या की धरती एक बार फिर एक ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनी.

Updated on: 27 Oct 2019, 10:09 AM

अयोध्या:

भगवान राम की नगरी अयोध्या में शनिवार को तीसरा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या की धरती एक बार फिर एक ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनी. राम की पैड़ी पर 4 लाख 10 हजार और 11 अन्य स्थलों पर 2 लाख से अधिक दीप प्रज्जवलित किए गए, जिसे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल और फिजी गणराज्य की उपसभापति एवं सांसद वीणा कुमार भटनागर द्वारा आज सरयू तट पर पूजा-अर्चना की गई.

इसके अलावा राम की पैड़ी पर प्रोजेक्शन मैपिंग शो द्वारा रामकथा का प्रदर्शन और भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन भी किया गया. इस मौके पर उपस्थित जनसमूह ने इस आकर्षक दृश्य का आनंद उठाया. अयोध्या में शनिवार को छह लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित किया गया.

इन घाटों पर इतने दीपक:

  • लक्ष्मण घाट: 48,000, वैदेही घाट: 22,000, श्रीराम घाट: 30,000,
  • दशरथ घाट: 39,000, भरत घाट: 17,000, शत्रुघ्न घाट: 17,000
  • उमा-नागेश्वर-मांडवी घाट: 52,000, सुतकीर्ति घाट: 40,000, कैकेई घाट: 40,000, सुमित्रा घाट: 40,000, कौशल्या घाट: 40,000, उर्मिला घाट: 40,000.

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये दीप अन्याय, अत्याचार, अराजकता, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के खिलाफ मोदी जी की लड़ाई में हम सबको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे. उन्होंने प्रदेशवासियों और अयोध्यावासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी.

इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, फिजी गणराज्य की उपसभापति एवं सांसद वीणा कुमार भटनागर ने भारत, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया एवं फिलीपींस की रामलीला का अवलोकन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने रामलीला क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले विख्यात व्यक्तियों व संस्थाओं को सम्मानित किया.

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, दोनों उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह, राज्यमंत्री पर्यटन एवं संस्कृति विभाग नीलकंठ तिवारी सहित कई वरिष्ठ मंत्रीगण और अधिकारी मौजूद रहे.